कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 10 जुलाई
खेदड़ गांव स्थित राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट (आरजीटीपीपी) की राख को लेकर शुक्रवार को हिंसक प्रदर्शन में मारे गए एक किसान व घायल तीन पुलिस कर्मचारियों के मामले में हत्या व हत्या प्रयास सहित कई आरोपों में दर्ज की गई एफआईआर नंबर 697 अब सामने आ गई है। एफआईआर में जिन दस लोगों को नामजद किया गया है उनमें खेदड़ गौशाला प्रधान ब्रह्म प्रकाश, भारतीय किसान यूनियन (मान गुट) युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद के अलावा रामनिवास दुधिया, सत्येंद्र सहारण और खेदड़ गांव निवासी इनेलो के हलका प्रधान कलीराम, शमशेर उर्फ शेरू, मनदीप, अमन, सुनील व अनिल बिसला के नाम हैं। पुलिस ने खेदड़ गांव निवासी चार आरोपियों मनदीप, अमन, सुनील, अनिल बिसला को घटना वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के अनुसार नीले रंग के ट्रैक्टर से टक्कर मारकर तीन पुलिसकर्मियों को घायल किया गया और एक व्यक्ति की हत्या की गई।
बरवाला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजकुमार ने शिकायत दी कि 8 जुलाई को रेलवे ट्रैक के समीप बैरिकेड्स लगाकर वह अपनी टीम के साथ खड़ा था। दोपहर तीन बजे रवि आजाद, शमशेर उर्फ शेरू, कलीराम खेदड़ व कमेटी के अन्य सदस्यों ने आह्वान किया कि सभी रेलवे ट्रैक को जाम करते हैं। इसके बाद सभी ट्रैक्टर-ट्राली, कार, जीप में सवार होकर और पैदल चलकर बैरिकेड्स की तरफ बढ़ने लगे। जब इनको समझाया तो उन्होंने पहले पुलिस बल पर पथराव किया और बाद में दस-बारह व्यक्तियों ने लाल व नीले रंग के दो ट्रैक्टर को बैरिकेड्स के सामने खड़े पुलिस कर्मचारियों को टक्कर मारने का प्रयास किया लेकिन पुलिस कर्मचारियों ने साइड में कूदकर अपनी जान बचा ली। इसके बाद बार-बार बैरिकेड्स को टक्कर मारी और बैरिकेड्स को तोड़ते हुए ट्रैक्टर से पुलिस कर्मचारियों को कुचल दिया।
उन्होंने कहा कि नीले रंग के ट्रैक्टर ने ईएसआई सुरेश कुमार, सिपाही संदीप व मनीत को घायल कर दिया और आगे खड़े हुए व्यक्ति को भी टक्कर मारी और ट्रैक्टर आगे भगा लिया। बाद में सभी को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद वाटर कैनन व टीयर गैस का प्रयोग किया और उग्र भीड़ पर काबू पाया। बाद में नीले रंग के ट्रैक्टर के चालक ने ट्रैक्टर छोड़ दिया और वह भीड़ में शामिल हो गया। इसी दौरान उपचार के दौरान आंदोलन में शामिल घायल धर्मपाल उर्फ पाली की मौत हो गई। इसी मामले में मनदीप, अमन, सुनील, अनिल बिसला को गिरफ्तार कर लिया।
आंदोलनकारियों ने दिया 72 घंटे का अल्टीमेटम
खेदड़ धरनास्थल पर रविवार को खेदड़ धरना कमेटी और प्रदेशभर के किसान संगठनों और खापों के प्रतिनिधियों की एक बैठक शमशेर पानू की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया और कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गई तो 13 जुलाई को खेदड़ में प्रदेशभर के किसान संगठनों व खापों की महापंचायत होगी और उसमें बड़ा फैसला लिया जाएगा। धरना कमेटी ने कहा कि पुलिस की लाठियों से हमारा आंदोलनकारी किसान धर्मपाल शहीद हुआ है और हमारे ऊपर ही केस दर्ज कर दिया गया। हमारे चार साथियों को झूठे केस में जेल में डाल दिया है। जब तब हत्या की एफआईआर खारिज कर जेल में बंद चारों साथियों को बिना शर्त रिहा नहीं किया जाता है, तब तक कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मामला हल होने तक वे शव का दाह संस्कार भी नहीं करेंगे। समय सीमा निर्धारित कर एसआईटी गठित की जाए।