करनाल, 18 दिसंबर (हप्र)
कुंडली बॉर्डर पर किसानों के समर्थन में शहादत देने वाले संत राम सिंह का आज दोपहर सिंघड़ा के नानकसर गुरुद्वारा परिसर में अंतिम संस्कार किया गया। संत सिरसा सिंह ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी।
इस दौरान मौजूद हजारों की संख्या में वहां मौजूद महिलाएं फफक-फफक कर रो पड़ीं। इससे पहले संत राम के दर्शन करने के लिए देश प्रदेश से आए हजारों लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं।
फूलों की वर्षा के साथ वाहेगुरु जी के सिमरन के बीच संत राम सिंह जी का पार्थिव शरीर करनाल के नानकसर सिंगरा गुरुद्वारा से अंतिम संस्कार के लिए अंगीठा (समाधि) लाया गया, जहां उनकी अंत्येष्टि सम्पन्न हुई। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज गांव सिंघड़ा में संत बाबा राम सिंह जी के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे। इस मौके पर हुड्डा ने कहा कि राम सिंह जी महान संत थे। उन्होंने किसानों के समर्थन में खास मकसद के लिए आत्मबलिदान दिया है। सरकार किसानों के बलिदान से सबक लें। एसजीपीसी की प्रधान बीबी जागीर कौर भी मौके पर पहुंची और घटना पर खेद प्रकट करते हुए पीड़ादायक बताया।
इसके अलावा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सहित कई पूर्व विधायक, भाकियू प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी मौजूद रहे।