फरीदाबाद, 13 जुलाई (हप्र)
यमुना के बढ़ते जलस्तर के चलते नदी से सटे गांवों व कालोनियों में लोगों के खेतों व घरों में कई-कई फुट पानी पहुंच गया है, जिसके चलते जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
हालात यह हो गए है कि सैकड़ों एकड़ फसलें पानी के चलते नष्ट हो गई है वहीं लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हो रहे हैं। इसी को लेकर तिगांव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक ललित नागर ने आज क्षेत्र की शिव कालोनी, बसंतपुर कालोनी, शिवम एंक्लेव, इस्माइलपुर कॉलोनी, अजय एंक्लेव-2, गांव बसंतपुर, ददसिया, लालपुरए महावतपुर, अल्लीपुर तिलौरी, ढहकौला, मौजाबाद, अमीपुर, मंझावली आदि कालोनियों व गांवों में जाकर जलभराव क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से रूबरू हुए। इस दौरान नागर ने बताया कि उपरोक्त जगहों पर करीब 5 से 8 फुट पानी पहुंच गया है, जिसके चलते लोगों को काफी नुकसान हुआ है वहीं गांवों की बात करें तो खेतों में कई-कई फुट पानी भरा हुआ है। नागर ने कहा कि संकट के समय में हर जरूरतमंद को मदद मुहैया कराने की कोशिशें की जा रही है। किसानों के खेतों में पानी जमा होने के चलते सारी सब्जियां और फसलें नष्ट हो गई है इसलिए सरकार को नष्ट हुई फसलों की गिरदावरी करवाकर किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिलवाना जाना चाहिए। इससे पहले ललित नागर ने घर का सामान निकालते हुए करंट से अकाल मौत का ग्रास बने सतीश कुमार के परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें भी ढांढस बंधाया। इस मौके पर उनके साथ मुख्य रूप से रविंद्र वशिष्ठ, कमल सिंह चंदेला, मुकुटपाल, सुंदर नेता, गंगाराम जाट, हाजी, चंदा सरपंच, कैप्टन ईश्वर सिंह, कृष्ण त्यागी, सुखराज अवानाए भुल्ली राम आदि मौजूद थे।
‘संकट की घड़ी में सरकार जनता के साथ’
बल्लभगढ़ (निस): यमुना जल के खेतों गांवों में घुस आने की वस्तुस्थिति को देखने के लिए विधायक राजेश नागर के अनुज सुधीर नागर ने अधिकारियों के साथ दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों से राहत कार्यों को तत्परता से करने और खेतों में हुए नुकसान की रिपोर्ट जल्द तैयार करने के लिए कहा। सुधीर नागर ने गांव कांवरा, ददसिया, किडावली, लालपुर, महावतपुर, बसंतपुर आदि अनेक क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ तिगांव तहसीलदार अजय कुमार भी मौजूद रहे। श्री नागर ने बताया कि इस आपदा जैसी घड़ी में शासन के निर्देश पर प्रशासन जनता को अधिकाधिक राहत देने में लगा हुआ है। जलभराव वाले सभी क्षेत्रों से लोगों को सही सलामत राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है वहीं उन तक राहत सामग्री भी पहुंचाई जा रही है। बड़ी संख्या में लोगों ने प्रशासन के अलर्ट के बाद नए स्थानों की ओर कूच कर दिया था, जिससे एक घटना के अलावा कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई है।