पूर्व विधायक अर्जुन सिंह गुर्जर, भाजपा नेता भूमि सिंह राणा कांग्रेस में शामिल
चंडीगढ़, 29 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा कांग्रेस में दो बड़े नेताओं की ज्वाइनिंग हुई है। जगाधरी से पूर्व विधायक और जजपा के उपाध्यक्ष व यमुनानगर ईकाई के अध्यक्ष रहे अर्जुन सिंह गुर्जर ने आज कांग्रेस का दामन थाम लिया। उनके साथ भाजपा नेता भूम सिंह राणा ने भी आज कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। राणा हजकां की टिकट पर दो बार नारायणगढ़ से चुनाव भी लड़ चुके हैं। दोनों नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में पार्टी ज्वाइन की। हुड्डा व उदयभान ने दोनों का कांग्रेस में स्वागत किया और पार्टी में पूर्व मान-सम्मान का भरोसा दिलाया।
इस मौके पर चंडीगढ़ में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए हुड्डा ने कहा कि पार्टी का कुनबा लगातार विस्तार ले रहा है। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में माहौल है और जनता बदलाव के मूड में है।
‘इंडिया एंप्लायमेंट रिपोर्ट 2024’ पर प्रतिक्रिया देते हुए हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार युवाओं को बेरोजगार, अशिक्षित, अकुशल, नशेड़ी और अपराधी बनाने की नीति पर आगे बढ़ रही है। अपने भविष्य को इस सरकार के चंगुल से बचाने के लिए युवा पलायन करने को मजबूर हैं। ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि हरियाणा के 55% पढ़े-लिखे युवा रोजगार की तलाश में हरियाणा छोड़कर पलायन कर चुके हैं।
लोकसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच में सीधा मुकाबला है। हरियाणा में वोट काटुओं के लिए कोई जगह नहीं है।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए चौधरी उदयभान ने कहा कि 31 तारीख को दिल्ली के रामलीला मैदान में लोकतंत्र बचाओ रैली होने जा रही है। इंडिया गठबंधन के आह्वान पर होने वाली इस रैली में हरियाणा से 25000 लोग शिरकत करेंगे। भाजपा सरकार की लोकतंत्र विरोधी नीतियों के खिलाफ जनता संघर्ष का बिगुल फूंकेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के पास हर लोकसभा क्षेत्र में मजबूत उम्मीदवार हैं, जिनके नाम का ऐलान जल्द हो जाएगा। जजपा या इनेलो के चुनाव लड़ने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि जनता समझ चुकी है कि ये दोनों पार्टियां भाजपा के ही पाले में खेल रही हैं। विपक्षी की वोट काटने की रणनीति कामयाब नहीं हो पाएगी।
हुड्डा ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की बतायी वजह, सभी सीटों पर करेंगे प्रचार
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का मजबूत तर्क दिया है। हुड्डा को लगता है कि साल 2019 में यदि वे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ते तो रोहतक से उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा की हर हाल में जीत होती। साल 2019 में दीपेंद्र हुड्डा ने रोहतक और भूपेंद्र हुड्डा ने सोनीपत लोकसभा सीटों से चुनाव लड़े थे। दोनों सीटों पर पिता-पुत्रों की हार हो गई थी, जिससे इस बार हुड्डा परिवार ने सबक लिया है। चंडीगढ़ पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा से मीडिया ने जब लोकसभा चुनाव नहीं लडऩे का कारण पूछा तो उन्होंने बड़ी साफगोई के साथ जवाब दिया। हुड्डा बोले कि दीपेंद्र हुड्डा रोहतक से चुनाव लड़ने वाले हैं। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें टिकट दिया तो वह हर हाल में लड़ेंगे। अगर दीपेंद्र को टिकट नहीं मिलता तो अलग बात है। फिर वह स्वयं चुनाव लड़ने पर विचार करेंगे। पिछली बार हम दोनों ने चुनाव लड़ा था। यदि मैं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ता तो दीपेंद्र हुड्डा ने हर हाल में रोहतक से चुनाव जीतना था। हुड्डा ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए भी उन्होंने स्वयं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है।