झज्जर, 23 मई (हप्र)
जजपा महिला विंग की 27 मई को गांव सुरखपुर में हरी चुनरी चौपाल से पहले ही महिला विंग की पूर्व जिलाध्यक्ष बबीता पूनिया ने जजपा से किनारा कर लिया है और प्रदेश के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला की नीतियों में आस्था जताई है। उन्होंने कहा है कि बेशक रणजीत चौटाला बतौर निर्दलीय चुनाव जीतकर आए हैं और गठबंधन सरकार को समर्थन दे रहे हैं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से वे बड़े अच्छे व्यक्ति हैं।
यहीं वजह है कि वह उनकी नीतियों में विश्वास कर उनमें अपनी आस्था जता रही है। झज्जर के लोक निर्माण विश्रामगृह में बबीता पूनिया ने जजपा व उसके नेताओं के खिलाफ भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि वह अजय सिंह चौटाला को अपना भाई मानती हैं और जिले की ऐसी एकमात्र महिला कार्यकर्ता हैं जिसने अजय के हर जन्मदिन पर रक्तदान किया हो। पार्टी के लिए पिछले कई वर्षों से जी-तोड़ मेहनत कर रही है, लेकिन जो मेहनत उन्होंने की है उसके बदले पार्टी ने न तो उन्हें और न ही उनकी महिला साथी कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया। यहीं वजह है कि उन्होंने अपनी सभी साथी महिलाओं के साथ जजपा छोड़ने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि कितनी हैरत की बात है कि चंड़ीगढ़ व सिरसा दोनों स्थानों पर पार्टी नेताओं के अपनी कोठी में होने के बावजूद उन्हें उनसे बगैर मिले ही वापस लौटना पड़ा। बबीता पूनिया अपने मकान के साथ की एक गली न बनने से भी जजपा नेताओं से नाराज दिखी। उन्होंने कहा कि कई बार पार्टी नेताओं को मैसेज दिए जाने व अधिकारियों से संपर्क करने के बावजूद उनकी एक गली तक नहीं बन पाई।