दिल्ली पुलिस के पूर्व SI ने पहले वीडियो बना बताई सुसाइड की वजह, फिर चलाई खुद पर गोली
झज्जर, 19 मार्च (हप्र)
Haryana News: बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस के पूर्व सब-इंस्पेक्टर नरेंद्र छिकारा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी। आत्महत्या से पहले उन्होंने अपने मोबाइल पर एक वीडियो बनाई, जिसमें अपनी मौत का जिम्मेदार अपनी पत्नी, बेटा, बेटी, ससुर और अपने साढ़ू को ठहराया।
बहादुरगढ़ के सेक्टर 6 थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कृष्णकांत ने बताया कि उन्हें सुबह करीब 8:00 बजे सूचना मिली कि सेक्टर 6 के मकान नंबर 1155 में रहने वाले दिल्ली पुलिस के एक पूर्व सब-इंस्पेक्टर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। मृतक की पहचान मूल रूप से बामडोली गांव निवासी 54 वर्षीय नरेंद्र छिकारा के रूप में हुई है।
वीआरएस लेने के बाद परिवार से अलग रह रहे थे नरेंद्र छिकारा
नरेंद्र छिकारा पहले दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के रूप में सेवाएं दे चुके थे और उन्होंने काफी समय पहले वीआरएस ले लिया था। वह अपने परिवार से अलग रह रहे थे। सुबह उन्होंने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
सुसाइड से पहले बनाया वीडियो और छोड़ा सुसाइड नोट
नरेंद्र छिकारा ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो बनाई और कई पन्नों का सुसाइड नोट भी छोड़ा। वीडियो में उन्होंने बताया कि उनका एक बेटा और दो बेटियां हैं, जो सभी डॉक्टर हैं। उनकी बड़ी बेटी ने कुछ समय पहले इंटरकास्ट मैरिज कर ली थी, जिसका उन्होंने विरोध किया था। तभी से उनका परिवार उनसे अलग हो गया था, जिससे वे काफी तनाव में थे। इसके अलावा, उनकी पत्नी ने उन पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया था।
परिवार से अलग होने के चलते थे मानसिक तनाव में
वीडियो में नरेंद्र छिकारा ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार के लिए कड़ी मेहनत की और काफी संपत्ति जुटाई, लेकिन परिवार ने उन्हें अकेला छोड़ दिया। इसी मानसिक तनाव के कारण उन्होंने आत्महत्या करने का कदम उठाया।
पुलिस जांच में जुटी, एफआईआर दर्ज की जाएगी
सेक्टर 6 थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कृष्णकांत ने बताया कि पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ मिलकर मौके से कई सबूत जुटाए हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए बहादुरगढ़ के सामान्य अस्पताल भेज दिया गया है। नरेंद्र छिकारा के परिजनों के बयान के आधार पर मामले की जांच की जाएगी और एफआईआर दर्ज होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।