जगाधरी (निस)
गांव खारवन निवासी सीआरपीएफ के पूर्व जवान करनैल सिंह का बीती शाम देहांत हो गया। करीब 79 साल के करनैल सिंह के निधन से इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। उनका बुधवार को गांव के श्मशानघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्हें अंतिम विदाई के समय उचित सम्मान न मिलने पर ग्रामीणों ने रोष जताया। ग्रामीण सेना के पूर्व नायक सिंद्र सिंह, जसवंत सिंह, महेंद्र सिंह लबाना, भूषण सिंह आदि का कहना था कि सरदार करनैल सिंह 1962 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। वह 1991 में सूबेदार के पद से रिटायर्ड हुए। ग्रामीणों ने बताया कि करनैल सिंह 1965 व 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में दुश्मन देश के सैनिकों के दांत खट्टे किए। ग्रामीणों का कहना था कि स्व. करनैल सिंह को अंतिम विदाई के समय मातमी धुन पर सलामी सीआरपीएफ की टुकड़ी द्वारा दी जानी चाहिए थे। इस महान जवान को पर्याप्त सम्मान नहीं मिलने का दुख है।