जगाधरी, 11 जुलाई (निस)
प्रदेश में सिर्फ प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर में ही चुतर्मास के दौरा दंडीस्वामी संत प्रवास कर रहे हैं। यहां पर यूपी, बिहार, उत्तराखंड आदि से दर्जनों दंडीस्वामी संत आए हुए हैं। ये दिन में सिर्फ एक बार ही भोजन प्रसाद लेते हैं। सावन के पहले सोमवार को पूर्व चेयरमैन मोहन गुर्जर परिवार सहित मंदिर में पहुंचे। यहां पर उन्होंने प्राचीन श्री स्वरूपेश्वर महादेव मठ मंदिर में जलाभिषेक कर पूजा की। इसके पश्चात मुख्य यजमान के तौर उन्होंने दंडीस्वामी संतों के चरण धोकर इन्हें आसन पर विराजमान किया। मोहन गुर्जर ने दंडी स्वामी संतों को भोजन करवा दान-दक्षिणा दी। उन्होंने मंदिर में दूसरे संत-महात्माओं का आशीर्वाद भी लिया। मंदिर के आचार्य त्रिलोक शास्त्री जी ने बताया कि चतुर्मास प्रवास के दौरान दंडीस्वामी नदी, दरिया नहीं लांघते।
इस अवसर पर नगर निगम पार्षद एवं कांग्रेसी नेता देवेंद्र सिंह, मांगाराम, पुजारी सुरेश पंडित, कुलजीत सिंह आदि भी मौजूद रहे।