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महिला सुरक्षा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट में लगेंगे ट्रैकिंग डिवाइस, स्कूली वाहनों की होगी निगरानी

मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक, वैज्ञानिक अध्ययन कर दुर्घटनाओं के कारणों की होगी पहचान
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चंडीगढ़, 23 जून (ट्रिन्यू)

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में सोमवार को परिवहन विभाग की अहम बैठक हुई। इस दौरान निर्णय लिया गया कि राज्य में महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिये सभी सार्वजनिक परिवहन वाहनों को ट्रैकिंग डिवाइस (वीएलटीडी) लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस योजना को समयबद्ध ढंग से लागू किया जाए और टाइमलाइन तय की जाए। इस प्रणाली को आपातकालीन प्रणाली 112 सेवा के साथ एकीकरण भी किया जाए। साथ ही नियमित अंतराल पर रोडवेज के ड्राइवरों से मेडिकल सर्टिफिकेट लिया जाए। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और ड्राइवरों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की दिशा में उठाया गया है। यह पहल राज्य में महिलाओं के लिए सुरक्षित यातायात व्यवस्था स्थापित करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।इस मौके पर कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार भी उपस्थित रहे। सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि दुर्घटनाओं के कारणों का वैज्ञानिक अध्ययन कराया जाए ताकि उन खामियों को दूर कर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। मुख्यमंत्री ने बजट घोषणाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को प्रक्रियाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से स्कूली वाहनों की फिटनेस की भी निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल बसों की नियमित जांच हो तथा उनकी तकनीकी स्थिति पर पूरा ध्यान दिया जाए। इसके लिए स्कूल संचालकों की एक बैठक जल्द आयोजित की जाए, जिसमें उन्हें इस बारे स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए जाएं और एक तय समयावधि के बाद निर्देशों का अनुपालन न करने पर बसों का चालान और जब्त किया जाए।

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मुख्यमंत्री ने शहरों में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए। साथ ही, चार्जिंग स्टेशनों की भी व्यवस्था की जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि सिटी बस सेवा योजना के तहत 375 ई-बसों की खरीद प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा, पीएम ई-बस सेवा योजना के तहत भी 250 ई-बसों की खरीद के लिए आगामी कार्रवाई में तेजी लाई जा रही है। वर्तमान में 9 शहरों में सिटी बस सेवा संचालित की जा रही है। बैठक में बताया गया कि राज्य में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आधुनिक सुविधाओं से युक्त चालक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (आईटीडीआर) की स्थापना और विस्तार पर बल दिया जा रहा है। इन संस्थानों का उद्देश्य सुरक्षित ड्राइविंग को बढ़ावा देना, चालकों को प्रशिक्षित करना और यातायात प्रबंधन से जुड़े अनुसंधान को बढ़ावा देना है।

वर्तमान में बहादुरगढ़, रोहतक, कैथल और करनाल में 4 आईटीडीआर संचालित हैं। इसके अलावा, नूंह, फरीदाबाद और भिवानी में 3 नए आईटीडीआर की स्थापना की प्रक्रिया जारी है। साथ ही, क्षेत्रीय चालक प्रशिक्षण केंद्र (आरडीटीसी) के तहत गुरुग्राम में एक क्षेत्रीय चालक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना पर भी तीव्र गति से कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा, स्वचालित परीक्षण स्टेशन (ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन) की स्थापना प्रक्रिया जारी है। गुरुग्राम में स्थित पास्को ऑटोमेटेड व्हीकल फिटनेस सेंटर को पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी किया गया है। बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, परिवहन विभाग के आयुक्त एवं सचिव टीएल सत्यप्रकाश, परिवहन आयुक्त अतुल कुमार, के. मकरंद पांडुरंग, स्टेट ट्रांसपोर्ट के महानिदेशक सुजान सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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