भिवानी, 9 नवंबर (हप्र)
उपायुक्त के आदेशों के बाद आज यहां शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 709 पर 10 साल से कब्जा जमाए बैठे सैकड़ों लोगों को नगरपरिषद व पुलिस के संयुक्त प्रयास से हटाया गया। इस दौरान कई कब्जाधारियों ने विरोध भी किया, लेकिन भारी पुलिस बल के सामने उनकी एक न चली।
गौरतलब होगा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 709 पर स्थानीय रोहतक गेट सब्जी मंडी से लेकर नए बस स्टैंड तक कई लोगोंं ने फुटपाथों पर कब्जे कर रखे थे। शुरुआत में अपना सामान रखने वाले इन लोगों ने धीरे-धीरे यहां पर टेंट गाड़ लिये और झांपड़ियां बना लिया। समय बीतने के साथ ये लोग इन झोंपड़ियों के बाहर छोटी-छोटी दुकानें लगाकर सामान भी बेचने लगे। पिछले दस वर्षों के दौरान बिना किसी रोक-टोक के चल रहे इन कब्जों के कारण शहर की खुबसुरती को तो दाग लग ही रहा था साथ ही दुघर्टनाओं का भी अनदेशा बना हुआ था। मजेदार बात तो यह है कि भिवानी शहर का दिल्ली से प्रवेश मार्ग होने के बावजूद न तो अधिकारियों ने इस ओर ध्यान दिया और न ही नगरपरिषद ने।
भिवानी के नए उपायुक्त ने दस दिन पूर्व बैठक करके राष्ट्रीय राजमार्ग पीडब्ल्यूडी व नगरपरिषद को स्थाई रूप ले चुके राष्ट्रीय राजमार्र्गेा पर से कब्जे हटाने का निर्देश दिया। इसके बाद प्रशासनिक अमला सख्त हुआ और सडक़ों के किनारे स्थाई कब्जे कर चुके झुगगी वालों को एक सप्ताह के भीतर कब्जे हटाने के आदेश दिये गए। आज समयावधि समाप्त होने के बाद सुबह ही राष्ट्रीय राजमार्ग, नगरपरिषद व पीडब्ल्यूडी का अमला पुलिस के साथ मौके पर पहुंचा ओर कब्जे हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। यह कार्रवाई बाद दोपहर तक जारी रही।
इस दौरान कुछ जगह विरोध भी हुआ लेकिन पुलिस का सख्त रवैया देखते हुए कब्जाधारियों की एक न चली।
क्या कहते हैं नप अध्यक्ष
भिवानी नप अध्यक्ष रण सिंह यादव का कहना है कि शहर में सभी अवैध कब्जे हटाने के लिए मुहिम चलाई गई है और विशेष तौर पर सड़क व सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे तुरंत हटाए जायेंगे।