झज्जर, 1 फरवरी (हप्र)पहाड़ों में हुई बर्फबारी और मैदानों में बारिश के बाद अब धूप खिलने लगी है लेकिन इससे कोहरे ने भी पैर पसारने शुरु कर दिये हैं। हरियाणा के मैदानी इलाकों में घने कोहरे की चादर देखने को मिल रही है। देश की राजधानी दिल्ली से सटा जिला झज्जर भी कोहरे की चपेट में है। कोहरे के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विज़िबिलिटी कम होने के चलते मंगलवार सुबह लोग अपनी गाड़ियों की हेड लाइट ऑन करके सफर तय करते दिखे। सर्दी के मौसम से पहले सड़कों पर न तो प्रशासन की ओर से सफेद पट्टी लगायी गयी है और न ही साइन बोर्ड। जिसके कारण हादसे का खतरा बना हुआ है। बहादुरगढ़ में कोहरे की वजह से तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है। बहादुरगढ़ में न्यूनतम तापमान रात के समय करीब 9 डिग्री तक पहुंच गया था। वहीं 3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं भी यहां चल रही है।
किसानों की चिंता भी बढ़ी
नूंह/मेवात (निस) : बीते 5 दिनों से तापमान में बढ़ोतरी के चलते ठंड से तो राहत मिली है लेकिन धुंध ने चादर तान ली है। मंगलवार को कोहरे ने जिले की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया। कोहरे की वजह से सड़कें सूनी दिखी तो विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहन चालक सड़क किनारे धुंध छंटने का इंतज़ार करते दिखे। दूसरी ओर तापमान में बदलाव से जिले का वायु सूचकांक 89 एक्यूआई दर्ज किया गया। धूप खिलने के बाद अब किसानों ने भी सरसों की कटाई पर निगाहें लगानी शुरू कर दी हैं। लेकिन कोहरा उनकी चिंता बढ़ा रहा है। अरावली की तलहटी क्षेत्र में सरसों की कटाई अगले पखवाड़े में शुरु की जा सकती है। उप मण्डल कृषि अधिकारी बीडी गौतम का कहना है कि फिलहाल कोहरे से अभी रबी की फसलों पर कोई असर नहीं हुआ है लेकिन लंबे समय तक धुंध नुकसानदायक हो सकती है।
भारी वाहन टकराये
कनीना (निस) : पिछले 4 दिन मौसम साफ रहने के बाद मंगलवार रात्रि से क्षेत्र में घना कोहरा व धुंध का प्रभाव रहा। जिसके चलते सड़क हादसों में बढोतरी हुई। गहरी धुंध के कारण सुबह करीब 9 बजे कनीना-महेंद्रगढ सड़क मार्ग पर दादरी मोड़ के पास ओवरटेक करते समय एक ट्राला डंपर से टकरा गया। इस दुर्घटना के बाद वाहन सड़क पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। ट्रॉला चालक को घायल अवस्था में नजदीक के अस्पताल पंहुचाया गया। दुर्घटनाग्रस्त हुये भारी वाहन रोड़ी-बजरी लेकर महेंद्रगढ़ से कनीना की ओर आ रहे थे। डंपर चालक मौके से फरार हो गया।