फतेहाबाद, 18 जुलाई (निस)
फतेहाबाद शहर की बाहरी कालोनियों व आसपास के गांवों के लोग पूरी रात बाढ़ की आशंका से जाग कर गुजार रहे हैं। बाढ़ का पानी आज सुबह बिल्कुल फतेहाबाद के मुहाने पर आ चुका है। फतेहाबाद की तरफ बाढ़ का पानी दो तरफ से बढ़ रहा है।
अहरवां की तरफ से टूटे रंगोई नाले का पानी अयालकी के खेतों को डुबाता हुआ अयालकी और फतेहाबाद के बीच पड़ने वाले रंगोई नाले के साथ लग गया है, तो वहीं चिम्मो साइफन से निकला पानी और रजांबाद के पास ओवरफ्लो हुए रंगोई के पानी शेखुपुर सोतर, काताखेड़ी, धीड़, बोसवाल होते हुए माजरा की तरफ बह रहा है। दोनों तरफ का पानी आज शाम तक फतेहाबाद में पहुंचने की आशंका है। पानी ने पूरे क्षेत्र के गांव रजांबाद, अयालकी, काताखेड़ी, धिड़, बोसवाल, ढाणी चानचक, ढाणी बिंजा लांबा के खेतों को अपनी चपेट में ले लिया है। गांव के आस पास लोग व प्रशासन बांध बनाने में जुटे हैं। इन गांवों के निचले हिस्से में पड़ने वाली ढाणियों के लोग पहले ही पलायन कर चुके हैं। शहर फतेहाबाद के हाईवे के साथ लगी आउटर कॉलोनियों के लोग भी दहशत में हैं। हालांंकि शहर और बाढ़ के बीच हाईवे बाईपास एक मजबूत दीवार बनकर खड़ा है। गांव अयालकी के पास बाहरी क्षेत्र में बनी कॉलोनियों में पानी घुसने के डर से यहां मनरेगा मजदूरों द्वारा मिट्टी से बांध अवश्य बनाए गए हैं, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण यह पानी बांध के सिरे तक आ चुका है। गांव अयालकी में लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि यहां सड़क को बीच से खोद कर इस पानी को खान मोहम्मद व झाड़ साहब की तरफ मोड़ा जाए ताकि पानी का लेवल कम हो सके। प्रशासन द्वारा कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर क्षुब्ध लोगों ने यहां बैरिकेट्स लगाकर जाम लगा दिया तथा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलने पर सदर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। आधे घंटे के बाद विवाद के बाद लोगों ने जाम खोला तथा फिर से बचाव कार्य में जुट गए।