Flood in Haryana : बारिश ने बिगाड़ा सड़कों का हाल, रणबीर गंगवा ने दिए कड़े मरम्मत निर्देश
Flood in Haryana : हरियाणा में हाल ही हुई लगातार बारिश के कारण कई सड़कें और पुल प्रभावित हुए हैं। इसको देखते हुए लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने अधिकारियों को चौकन्ना रहने और सड़कों की आपातकालीन मरम्मत सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए हैं। मंत्री ने कहा कि गहरे गड्ढे और क्षतिग्रस्त सड़कें हादसों का कारण बन सकती हैं, इसलिए उन्हें तुरंत भरवाया जाए और जिन स्थानों पर तत्काल मरम्मत संभव नहीं, वहां चेतावनी संकेत बोर्ड लगाए जाएं।
बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) विभाग की आपातकालीन बैठक में सभी प्रभावित सड़कें, पुल और कल्वर्ट्स की स्थिति की रिपोर्ट ली गई। मंत्री ने जिलावार रिपोर्ट मुख्यालय भेजने और पुलों की नियमित जांच कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन बारिश के बाद हालात बदल सकते हैं, इसलिए विभाग को हर समय अलर्ट रहना चाहिए।
फील्ड स्टाफ अलर्ट, छुट्टियां रद्द
मंत्री ने फील्ड अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। सभी कर्मचारी, जेई और एसडीओ फील्ड में तैनात रहेंगे और समय-समय पर मुख्यालय को रिपोर्ट भेजेंगे। मंत्री ने कहा कि अधिकारी मोबाइल ऑन रखें और जनता की शिकायतों का तुरंत संज्ञान लें।
बारिश के बाद की तैयारी पहले से
रणबीर गंगवा ने अधिकारियों से कहा कि बाढ़ या पानी के बहाव से कहीं सड़क कटती है तो उसकी फौरन मरम्मत की जाए। गड्ढों की मरम्मत संबंधित एसडीओ और जेई की मदद से तुरंत करवाई जाए, ताकि आम जनता को परेशानी न हो। मंत्री ने जोर देकर कहा कि कि बारिश के बाद ट्रैफिक दबाव से सड़कें और खराब हो सकती हैं, इसलिए अभी से मैपिंग कर ली जाए कि किन मार्गों और पुलों की सबसे ज्यादा मरम्मत की जरूरत है।
गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं
कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि मरम्मत कार्य में क्वालिटी से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सभी काम समयबद्ध और जिम्मेदारी से पूरे किए जाएं। हरपथ एप और अन्य माध्यमों से आने वाली शिकायतों का तुरंत निपटान सुनिश्चित किया जाएगा। जनता की समस्याओं में देरी बर्दाश्त नहीं होगी।
सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन
मंत्री ने निर्देश दिए कि प्रभावित सड़कों पर ट्रैफिक व्यवस्थित रहे और पानी की समस्या का स्थायी समाधान खोजा जाए। कल्वर्ट निर्माण और पुलों की नियमित निरीक्षण व्यवस्था सुनिश्चित हो। किसी भी पुल पर खतरे की स्थिति बनने पर तुरंत मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी जाए।