नारनौंद, 1 नवंबर (निस)
हड़प्पा सभ्यता को लेकर राखीगढ़ी का नाम इतिहास में दर्ज हो गया है और सरकार ने इसको आईकॉनिक साइट भी घोषित किया हुआ है। इसको देखने के लिए जल्द ही दुनियाभर से लोग यहां पर पहुंचने लगेंगे। हरियाणा दिवस के उपलक्ष में पहली हेरिटेज वाॅक का आयोजन इस स्थल को पर्यटक स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए किया गया है। उक्त शब्द कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डेक्कन यूनिवर्सिटी के पूर्व चांसलर प्रोफेसर वसंत शिंदे ने राखीगढ़ी में हेरिटेज वॉक के दौरान कहे। उन्होंने कहा कि अस्तित्व एक संस्था बनाई गई है और उसके फाउंडर दिनेश श्योराण हैं। इस संस्था का उद्देश्य है लोगों को इस सभ्यता के बारे में जागरूक करना। हमें चारों तरफ इस सभ्यता के बारे में बताना होगा कि हमारे देश में इतनी बड़ी धरोहर है और हमें इसको संभाल कर भी रखना होगा। यहां की सभ्यता की ओर खोज करना भी हमारा उद्देश्य है ताकि पुराना इतिहास दुनिया के सामने लाया जा सके।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि सीएसआईआर के डायरेक्टर सी शेखर मांडे ने कहा कि भारत का इतिहास काफी पुराना है और राखीगढ़ी प्रतीक है कि हड़प्पा कालीन सभ्यता की यह सबसे बड़ी साइट है हरियाणा दिवस पर हेरिटेज वॉक की एक अच्छी शुरुआत की जा रही है देशभर से लोग आए हैं और वह इस पुरानी सभ्यता के बारे में जानकारी लेकर जाएंगे।
इस अवसर पर हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमें प्रदेशभर के हरियाणवी कलाकारों ने मनमोहक कार्यक्रमों से दर्शकों का मनोरंजन किया।
‘पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करे सरकार’
अस्तित्व संस्था के फाउंडर दिनेश श्योराण ने बताया कि राखीगढ़ी के बारे में पूरी दुनिया जान चुकी है। हमारी सरकार से मांग है कि इस स्थल को सरकार पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करे, ताकि इस क्षेत्र की बेरोजगारी भी मिट सके और प्रदेश सरकार को पर्यटक से आने वाले राजस्व में भी बढ़ोतरी हो सके। इस अवसर पर प्रमोद सी, अखिलेश मिश्रा, बलराम, दिनेश श्योराण, सरपंच राजेश कुमार, ललिता चौधरी इत्यादि विशेष तौर पर मौजूद थे।