फरीदाबाद, 21 मई (हप्र)
बदरपुर-फरीदाबाद बाॅर्डर के नजदीक स्थित एक फैक्टरी में शनिवार सुबह 10.30 बजे आग लग गई। आग लगने के बाद अंदर काम कर रहे 3 कर्मचारी फंस गए। उनकी दम घुटने से मौत हो गई। मृतकों के नाम अंकित, सुनील और सतवीर हैं। तीनों करीब 25 साल के थे और एमबी रोड, लाल कुआं, दिल्ली में रहते थे। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान अस्पताल में रखवाए हैं। आग लगने के दौरान फैक्टरी में 4 कर्मचारी मौजूद थे। उनमें से अमृत उर्फ पिंटू बाहर निकल आया। पुलिस ने फैक्टरी मालिक सेक्टर-37 निवासी अजय गुप्ता के खिलाफ लापरवाही से मौत की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस की फाेरेंसिक टीम आग के कारणों की पड़ताल कर रही है।
दमकल से नहीं ली थी एनओसी
सहायक क्षेत्रीय अग्निशमन अधिकारी सत्यवान सामरीवाल का कहना है कि फैक्टरी 50 गज की एक दो मंजिला इमारत में चल रही थी। इसे चलाने के लिए अग्निशमन विभाग से एनओसी नहीं ली गई थी। फैक्टरी में आग बुझाने के लिए उपकरण भी मौजूद नहीं था। यह एक बड़ी लापरवाही का मामला है।
दम घुटने से गयी जान
सेक्टर-37 अनंगपुर डेयरी में अजय गुप्ता की फिजी सेल नाम से फैक्टरी है। इसमें लैपटाॅप, कैमरा व पावर बैंक की बैटरी बनाई जाती हैं। फैक्टरी की दो इकाइयां हैं। दोनों यहीं अलग-अलग इमारत में हैं। इनमें एक में बैटरी बनती हैं। दूसरी में बैटरी चार्ज होती हैं। जिस इकाई में बैटरी चार्ज होती हैं, शनिवार को उसमें अंकित, सुनील, सतवीर, पिंटू और प्रमोद काम कर रहे थे। प्रमोद की ड्यूटी बेसमेंट में गोदाम में थी, बाकी चारों भूतल पर बैटरी चार्जिंग का काम कर रहे थे। पिंटू के मुताबिक काम के दौरान उन्होंने धमाका सुना। शायद कोई बैटरी फटी थी। इसके बाद बैटरियाें ने आग पकड़ ली, आग फैलने लगी। पिंटू दौड़कर बाहर आ गया। अंकित, सुनील और सतवीर अंदर ही फंस गए। उन्होंने खुद को टायलेट में बंद कर लिया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। फैक्टरी में रखी बैटरियां धमाके के साथ फटने लगीं। पिंटू के मुताबिक उन्होंने फायर ब्रिगेड को काल किया। फायर ब्रिगेड करीब 45 मिनट बाद मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की पांच गाडिय़ों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इसके बाद पीछे की दीवार तोड़कर टायलेट में फंसे तीनों कर्मचारियों को बाहर निकाला गया। दम घुटने के कारण उनकी मौत हो चुकी थी।
बेकरी में लगी आग, 10 लोगों को सुरक्षित निकाला
फरीदाबाद (हप्र) : सेक्टर-23 संजय कालोनी में 22 फुट रोड पर बनी बेकरी और उसके साथ वाली दोमंजिला इमारत में बनी प्लास्टिक दाने की वर्कशाप में आग लग गई। बेकरी के ऊपर मकान मालिक कुलदीप खटाना और उनके भाई का परिवार रहता है। वहीं वर्कशाप के ऊपर मंजिल पर उसमें काम करने वाले श्रमिक रहते हैं। आग लगने पर कुलदीप खटाना और उनके भाई का परिवार नीचे आ गए। वहीं वर्कशाप के ऊपर चार पुरुष, दो महिला और चार बच्चे फंस गए। उन्हें पड़ोसियों ने काफी मशक्कत के बाद साथ वाले भवन की छत से सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान बेकरी की दुकान में रखे दो गैस सिलेंडर फट गए। इससे इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घटना की सूचना फायर ब्रिगेड को दी गयी। दमकल ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग रात करीब 11 बजे लगी। इस दौरान दुकान और वर्कशाप बंद हो गई थी। उनमें अंदर कोई नहीं था। पुलिस का कहना है कि पहले बेकरी में आग लगी। आग फैलकर वर्कशाॅप तक पहुंच गई। वर्कशाप में ज्यादा आग नहीं फैल पाई। उससे पहले ही फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पा लिया। आग का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
फैक्टरी में आग से लाखों का सामान राख
जींद (हप्र) : शहर के न्यू हांसी रोड स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में बीती रात जींद सर्जिकल फैक्टरी में आग लग गई। आग लगने की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तब तक लाखों रुपये के उपकरण व कॉटन जल कर राख हो चुकी थी। जींद सर्जिकल फैक्टरी में बीती रात मजदूर काम कर सोए हुए थे। तभी फैक्टरी में रखी कॉटन से अचानक धुआं उठने लगा। हवा चलने के कारण आग फैलती चली गई। आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची और मजदूरों की मदद से लगभग दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फैक्टरी मालिक सुशील कुमार ने बताया कि फैक्टरी में कॉटन से सेनेटरी नैपकिन, फेस मास्क सहित अनेक प्रकार का सामान बनाया जाता है। उन्होंने आशंका जताई कि शॉर्ट सर्किट के कारण फैक्टरी में आग लगी है। आग की इस घटना से लगभग दस लाख रुपये का नुकसान हुआ है। मशीनरी व कॉटन भी जलकर खराब हो गई है।