रेवाड़ी, 26 जून (हप्र)
औद्योगिक क्षेत्र भिवाड़ी राजस्थान से आ रहे प्रदूषित पानी को रोकने के विरोध में धारूहेड़ा के सेक्टर-6 के लोगों द्वारा रविवार को लगाये गए जाम को लेकर पुलिस ने करीब 40 नामजद लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने इन लोगों की पहचान वीडियोग्राफी से की। जैसे ही इसकी जानकारी सेक्टरवासियों को लगी तो उनमें रोष फैल गया। आ रहे प्रदूषित पानी व दर्ज मुकदमे के खिलाफ सेक्टरवासियों ने शीघ्र बैठक बुलाकर रणनीति तैयार करने का फैसला लिया है।
राजस्थान से धारूहेड़ा में आ रहा प्रदूषित पानी कई साल से सेक्टर-6 व धारूहेड़ावासियों के लिए आफत बना हुआ है। इस समस्या को लेकर लोग कई बार आंदोलन व धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं। समस्या के समाधान के लिए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व जिला प्रशासन कई बार भिवाड़ी प्रशासन से बात कर चुके हैं लेकिन इसका आज तक कोई समाधान नहीं निकला है। इस गंदे पानी की वजह से लोग घरों में कैद हो जाते हैं।
रविवार को इस समस्या के विरोध में सेक्टर-4 व 6 के लोगों ने भिवाड़ी मोड़ के पास जाम लगाया था। इस प्रदर्शन में सेक्टर की महिलाएं भी शामिल हुई थीं। इससे करीब 4 घंटे तक रोड जाम रहा। सूचना पाकर धारूहेड़ा के सेक्टर-6 थाना पुलिस जब मौके पर पहुंची तो आरोप है कि कुछ लोगों ने आने-जाने वाले लोगों व पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार किया। पुलिस ने जाम लगाने वाले लोगों की पहचान के लिए वीडियो रिकार्डिंग शुरू कर दी। मौके पर नायब तहसीलदार श्यामसुंदर, नगरपालिका सचिव प्रवीण कुमार व जेई हरीशचंद भी पहुंचे। बीती देर शाम रोड जाम करने वाले 40-50 लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया। इनमें महिलाओं के नाम भी शामिल हैं।
सोमवार को जैसे ही मुकदमा दर्ज होने की जानकारी सेक्टरवासियों को मिली तो उनमें रोष फैल गया। सेक्टरवासियों ने कहा कि प्रशासन समस्या का समाधान करने में विफल रहा। अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराने की बजाय उन्हीं पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। इसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। शीघ्र ही सेक्टरवासियों की बड़ी सभा बुलाकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां पलायन जैसे हालात हो गए हैं। विरोध करने पर मुकदमे दर्ज कर लोगों की आवाज को बंद की जा रही है।
सेक्टर-6 थाना प्रभारी सुनील कुमार ने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान बातचीत से ही संभव है। जाम लगाने से समस्या का समाधान नहीं होता। उन्होंने कहा कि दर्ज मुकदमे में उन्ही लोगों को नामजद किया गया है, जो वीडियोग्राफी में जाम लगाते दिखाई दे रहे हैं।