हिसार, 26 जून (हप्र)
मिरकां गांव में धार्मिक कार्यक्रम को धर्म परिवर्तन का आयोजन बताकर एक परिवार के साथ कई लोगों ने मारपीट की, जिससे 3 लोग घायल हो गये। मिरकां गांव निवासी घायल व्यक्ति सतीश, शमशेर व लाली देवी को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। सदर थाना पुलिस ने मिरका गांव निवासी सतीश की शिकायत पर गांव के सरपंच विक्की सोनी, राजेश, गोविंद, सुभाष, विक्रम, कप्तान सोनी, संजय, संजू, मोनू व आठ अज्ञात के खिलाफ एससीएसटी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में सतीश ने बताया कि वह पेंटर का काम करता है। वह व उसका परिवार ईसा मसीह में विश्वास रखता है। रविवार को गांव के सरपंच के कहने पर गांव में पंचायत हुई। सरपंच के कहने पर राजेश उसको घर बुलाने आया जबकि वह पंचायत में नहीं जाना चाहता था। पंचायत में धर्म परिवर्तन को लेकर बातचीत हुई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई धर्म परिवर्तन नहीं कर रखा और सभी धर्म को अपना समझते हैं। आरोप है कि इस पर सरपंच विक्की सोनी ने उसकी बेटियों के साथ बदतमीजी की तो ईश्वर ने बीच-बचाव किया और सरपंच को ऐसा करने से रोका। इस पर पंचायत में झगड़ा हो गया और राजेश, गोविंद, सुभाष, विक्रम, कप्तान सोनी, संजय, संजू, मोनू व 7-8 अज्ञात व्यक्तियों ने उसको व शमशेर, शमशेर की पत्नी लाली देवी को घेर लिया और मारपीट की और जातिसूचक गालियां देकर जान से मारने की धमकी दी।
अस्पताल में पीड़ितों से भीम आर्मी ने की मुलाकात
घटना के बाद भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष प्रदीप भांखड, बजरंग इंदल ने अस्पताल में जाकर पीडि़तों से मुलाकात की और कड़ी कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक से मिलने का फैसला लिया। प्रदीप भांखड़ ने बताया कि घायल लीलादेवी, शमशेर, सतीश ने उनको बताया कि उनकी सात साल से ईसा मसीह में श्रद्धा है। साल में एक या दो बार वे अपने घर में ईसा मसीह का धार्मिक कार्यक्रम भी करवाते हैं जिसमें पादरी या पास्टर भी आते हैं। इस कार्यक्रम में वे पड़ोस के लोगों को भी बुलाते है। रविवार को भी उनके घर ईसा मसीह की प्रार्थना थी, न की कोई धर्म परिवर्तन का मामला था। फिर भी गांव के लोगों ने सोशल मीडिया में मुनादी कर एक मैसेज वायरल किया की गांव में धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है। कुछ लोगों ने उनके घर में घुसकर जातिसूचक गालियां दी और मारपीट की। बाद में गांव में पंचायत भी हुई जिसमें सरपंच विक्की सोनी और अन्य मौजूद सैंकड़ों लोगों ने उनके साथ जातिगत अनुचित व्यवहार किया है।