कुरुक्षेत्र, 31 जुलाई (हप्र)
तीज पर्व से त्योहारों की शुरुआत हो जाती है। अलग-अलग समय में अलग-अलग ढंग से मनाये जाने वाले त्योहार आपसी भाईचारे के साथ-साथ परमंपराओं को जिंदा रखने का कार्य करते हैं।
आधुनिकता के कारण भारतीय त्योहारों की झलक ग्रामीण अंचल में ज्यादा देखने को मिलती है। ऐसे में हरियाणा कला परिषद परंपराओं को संजोते हुए युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति के दर्शन कराने में अहम भूमिका निभा रहा है। ये शब्द मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार व पूर्व राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने कहे। वे कला कीर्ति भवन में आयोजित तीज मेले के समापन पर दर्शकों को सम्बोधित कर रहे थे। मौका था हरियाणा कला परिषद, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज तथा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा के संयुक्त सहयोग से आजादी का अमृतमहोत्सव के दौरान आयोजित तीन दिवसीय तीज मेले का। तीन दिन से चल रहे तीज मेले में तेलंगाना, हरियाणा, उत्तरप्रदेश तथा राजस्थान की संस्कृति की झलक लोगों को देखने को मिली।
तीज मेले के समापन पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार कृष्ण बेदी बतौर मुख्यअतिथि पहुंचे। कार्यक्रम में हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन और अतिरिक्त निदेशक महाबीर गुड्डू ने अंगवस्त्र तथा पगड़ी के साथ अतिथि का स्वागत किया।