जान-बूझकर खड़ा किया खाद संकट, किसान परेशान : हुड्डा
हुड्डा ने कहा कि हमेशा की तरह सरकार खाद उपलब्ध करवाने में नाकाम साबित हुई है। प्रदेश और केंद्र दोनों जगह डबल इंजिन की बीजेपी की सरकार होने के बावजूद अब तक केंद्र से हरियाणा के हिस्से की आधी खाद ही मिल पाई है। करीब 50 फ़ीसदी खाद आना अभी भी बाकी है। केंद्र ने इस फसली सीजन के लिए हरियाणा को यूरिया का कुल 13.90 लाख मिट्रिक टन कोटा तय किया है।
उन्होंने कहा कि अभी तक सिर्फ 7.5 लाख मैट्रिक टन ही मिल पाया है। इसी तरह 59,950 मीट्रिक टन डीएपी में से सिर्फ 30,000 मीट्रिक टन डीएपी ही मिली है। यानी डबल इंजन की सरकार मिलकर किसानों को परेशान करने में लगी है। पूर्व सीएम ने कहा कि किसान कई-कई दिनों से लंबी-लंबी कतारों में खाद के लिए इंतजार कर रहे हैं। सवेरे से शाम तक कतारों में इंतजार करने के बावजूद किसानों को खाली हाथ वापिस लौटना पड़ रहा है।
किल्लत इतनी ज्यादा है कि हमेशा की तरह एक बार फिर पुलिस की निगरानी में खाद बांटनी पड़ रही है। सरकार की कारगुजारी के चलते कालाबाजारी अपने चरम पर है और किसानों ब्लैक में खाद बेची जा रही है। खाद मिलने में देरी के चलते किसानों को उत्पादन में घाटे का डर भी सताने लगा है। हुड्डा ने कहा कि इस समस्या का उचित समाधान निकालने की बजाए, सरकार नई मुसीबत खड़ी करने जा रही है। उसका कहना है कि अब खाद भी पोर्टल पर मिलेगा।