सोनीपत, 11 नवंबर (निस)
कुंडली बॉर्डर पर किसान आंदोलन स्थल पर लोगों का नि:शुल्क उपचार कर रहे बाबा गुरमीत की झोपड़ी में देर रात आग लग गई। आग पर किसानों ने मशक्कत के बाद काबू पाया। आग से झोपड़ी में मौजूद महिला किसान झुलस गई और 4 अन्य ने भागकर जान बचाई। आग से झुलसी किसान को पीजीआई, चंडीगढ़ में उपचार दिया जा रहा है। आग से बाइक, सामान व नकदी जल गई।
पंजाब निवासी बाबा गुरमीत किसान आंदोलन की शुरुआत से ही यहां लोगों के जोड़ों के दर्द का उपचार कर रहे हैं। उन्होंने गांव रसोई के पास झोपड़ी बना रखी है। वह बुधवार देर रात अपनी झोपड़ी में थे। उनके साथ पंजाब में मोहाली के गांव खरड़ की कुलजीत कौर व 3 अन्य किसान भी थे। देर रात अचानक झोपड़ी में आग लग गई। आग लगी देख वह बाहर की तरफ भागे और शोर मचा दिया। इस दौरान झोपड़ी में मौजूद कुलजीत कौर आग से झुलस गई। बाबा गुरमीत व अन्य उन्हें बाहर लेकर आए। उन्हें झुलसी हालत में सामान्य अस्पताल सोनीपत भिजवाया गया। जहां से उन्हें पीजीआई, रोहतक रेफर कर दिया। पीजीआई से किसान उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई ले गए। वह उनके घर के नजदीक होने के चलते उपचार कराने में आसानी होगी।
आग से झोपड़ी में रखा सामान व नकदी तथा बाहर खड़ी बाइक भी जल गई। किसानों का आरोप है कि आंदोलन को प्रभावित करने के लिए शरारती तत्व आग लगा रहे हैं। 5 नवंबर को भी झोपड़ी में आग लगी थी। आग लगने की घटना को लेकर बाबा गुरमीत सिंह ने बताया कि इससे उन्हें काफी नुकसान हुआ है। लोगों के जोड़ों के दर्द का उपचार करने के लिए तैयार किया गया सामान, दवाइयां व तेल आदि भी आग की भेंट चढ़ गए।
किसान नेता अरविंद सिंह गिल ने कहा कि आग लगाकर आंदोलन को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है। किसान इसकी जांच करा रहे हैं।