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घरेलू कलह में महिला डॉक्टर ने लगााया फंदा, पति व बहू पर केस

लूथरा अस्पताल की संचालिका की मौत

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डॉ.सुनीता लूथरा का फाइल फोटो
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फतेहाबाद, 15 जून (हप्र)

बस स्टैंड के पास लूथरा अस्पताल की संचालिका डॉ. सुनीता लूथरा ने घरेलू कलह के चलते शनिवार तड़के फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। महिला डॉक्टर के भाई विकास की शिकायत पर उसकी पति डॉ़ देवेंद्र लूथरा तथा बहू डॉ नैंसी लूथरा के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया है।

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जानकारी के अनुसार, 65 वर्षीय डॉ. देवेंद्र लूथरा और उनकी पत्नी 62 वर्षीय डॉ. सुनीता लुथरा बस स्टैंड के पास कई साल से चर्म रोग व मेटरनिटी अस्पताल चला रहे थे। उनका बेटा डॉ. प्रतीक लूथरा व बहू नैंसी लूथरा भूना में क्लीनिक चला रहे हैं। ग्राऊंड फ्लॉर पर अस्पताल, ऊपरी मंजिल पर डॉक्टर लूथरा और उससे ऊपर बेटे का परिवार रह रहा है। बताया जा रहा है कि पूरे परिवार में कलेश चल रहा था। प्रतीक ने बताया कि वह रोजाना की भांति साढ़े 8 बजे अपने क्लीनिक भूना जाने के लिए तैयार हुआ था और नीचे नाश्ता करने के लिए आया तो देखा कि उसकी मां अपने कमरे से अभी तक बाहर नहीं आईं थी। उसने जब दरवाजा खोला तो दंग रह गया, उसकी मां सुनीता लूथरा कमरे में पंखे से बंधे फंदे पर लटकी हुई थी, उसने उन्हें नीचे उतारा और परिवार को मामले का पता चला। डॉ.प्रतीक ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी डॉ.नैंसी और मां की आपस में नहीं बनती थी, जिसको लेकर अकसर कलेश रहता था। उसके पिता पर मां को परेशान करते थे। डॉ.सुनीता लूथरा के भाई विकास झंडई व सुनील ने आरोप कि उसके जीजा डॉ.देवेंद्र उनकी बहन को परेशान करते थे, जिस कारण वे चार-पांच साल से अपनी बहन के घर भी नहीं आ रहे थे।

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