प्रगति देने वाला बजट
हमारी सरकार हर वर्ग के विकास के लिए समर्पित है और ग्रामीण और शहरी विकास में पिछले दशकों से चले आ रहे अंतर को दूर करना है। समान विकास समान अधिकार देना है। वर्ष 2022-23 का बजट बीते वर्षों में कोरोना के बावजूद प्रदेश के प्रगति और उन्नति को नयी दिशा देने वाला है। शानदार बजट के लिए मैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल को धन्यवाद देता हूं। -दुष्यंत चौटाला, उपमुख्यमंत्री |
समृद्ध, स्वस्थ और समर्थ हरियाणा की तस्वीर
बजट में समृद्ध, समर्थ और स्वस्थ हरियाणा की तस्वीर दिखती है। मुख्यमंत्री द्वारा वित्त मंत्री के रूप में पहले से ही मजबूत हरियाणा को और मजबूत करने की एक ईमानदार कोशिश की गई है। मनोहारी बजट में हर क्षेत्र और हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। सुषमा स्वराज पुरस्कार घोषणा को मनोहर सरकार द्वारा महिला दिवस पर महिलाओं को दिया गया तोहफा है। -ओपी धनखड़, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा |
सभी वर्गाें का रखा ध्यान
मुख्यमंत्री ने बजट में सभी वर्गों का ख्याल रखा है। बोर्डों, निगमों, विश्वविद्यालयों जैसे स्वायत संस्थानों पर विशेष ध्यान केंद्रित है। विपक्ष को आगामी तीन वर्ष की चिंता है, इसलिए बजट की आलोचना करना उनकी मजबूरी है। – रणजीत सिंह, बिजली मंत्री |
नारी शक्ति को आर्थिक आजादी दिलाने वाला
आम बजट नारी शक्ति को आर्थिक आजादी दिलाने का आधार है। महिला एवं बाल विकास विभाग को 33.7 प्रतिशत अधिक बजट आबंटन होने से जहां पूर्व स्कूल शिक्षा को मजबूत किया जाएगा। सुषमा स्वराज पुरस्कार महिलाओं को राष्ट्र योगदान के लिए प्रेरित करेगा। यह बजट नारी शक्ति के आगे बढ़ने के अनुकूल माहौल देने वाला है। – कमलेश ढांडा, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री |
खेल प्रतिभाओं के लिए बेहतर
अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार करने के लिए प्रदेश के इतिहास में पहली बार 550 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। इससे प्रदेश में खेलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के साथ-साथ ग्रामीण आंचल में छिपी खेल प्रतिभाओं को निखारी जाएंगी। राष्ट्रीय खेल संस्थान की तर्ज पर पंचकूला में हरियाणा राज्य खेल संस्थान की स्थापना की जाएगी। -संदीप सिंह, खेल राज्य मंत्री |
झूठे आंकड़ों से किया गुमराह
कर्ज तले हरियाणा को डूबोते जाओ और खुद मियां मिठू बनते जाओ’। यही है 2014 से 2022 तक भाजपा सरकार की कहानी। पुराने बजट की आधी से ज्यादा योजनाएं पूरी भी नहीं हुई फिर से झूठे आंकड़ों के जाल से जनता को इस बजट से गुमराह करने की कोशिश की गई है। – कुलदीप बिश्नोई, कांग्रेस केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य |
सरकार को एक नंबर भी नहीं
बजट में प्रदेशवासियों को कुछ भी ऐसा नहीं मिला, जिस पर गठबंधन सरकार को एक भी नंबर दिया जा सके। बजट लोगों के लिए किसी भी तरह की राहत वाला साबित नहीं हुआ है। बजट पेश करते समय शोर ज्यादा मचाया गया, जबकि इसमें अधिकतर पुरानी योजनाओं को ही नए तरीके से परोसते हुए वाहवाही लूटने की कोशिश की गई। बजट में किसानों को कोई राहत नहीं। बजट में महिलाओं, महिला कर्मियों व बच्चों को लेकर कोई खास बात नजर नहीं आई। -कुमारी सैलजा, अध्यक्ष हरियाणा कांग्रेस |
बढ़े कर्ज का जिक्र नहीं
बजट में लगातार बढ़ रहे कर्ज को लेकर भी कोई ठोस जिक्र नहीं है। इस सरकार के कार्यकाल में हरियाणा पर कर्ज 70 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर ढाई लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। मुख्यमंत्री प्रदेश के लोगों के सिर पर खड़े कर्ज को कैसे चुकाया जाएगा, इसको लेकर वे एक शब्द भी विधानसभा में नहीं बोले। -अशोक अरोड़ा, पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता |
हर वर्ग के लिए निराशाजनक
साल 1966 से 2014-15 तक 48 साल में हरियाणा का कुल कर्ज 70,931 करोड़ रुपये था। साल 2015 से 2022 तक सात साल में कुल कर्ज 215% बढ़ कर 2,23,768 करोड़ रुपये हो गया। सात साल में भाजपा सरकार ने 1,52,837 करोड़ रुपये कर्ज लिया। यह पैसा कहां गया? यह बजट हर वर्ग को निराश कर गया है। -रणदीप सिंह सुरजेवाला, राष्ट्रीय महासचिव कांग्रेस |
सिर्फ कर्ज बढ़ रहा
सिर्फ कर्जा चुकाने के लिए भाजपा सरकार लगातार कर्ज ले रही है। पिछले कर्ज की अदायगी लगभग 56 हजार करोड़ बनती है, उसको चुकाने के लिए सरकार ने 55 हजार करोड़ का कर्ज लिया है। पिछले सात सालों में भाजपा सरकार ने 1 लाख 40 हजार करोड़ का कर्ज लिया है लेकिन एक पैसा भी कहीं सरकारी इमारत, यूनिवर्सिटी या खेल स्टेडियम पर खर्च नहीं किया गया। प्रदेश देख रहा कि राज्य पर कर्ज बढ़ता जा रहा है। – अभय सिंह चौटाला, महासचिव एवं विधायक, इनेलो |
आर्थिक विकास के लिए अच्छा
यह बजट प्रदेश के आर्थिक विकास में अहम साबित होगा। बजट में सभी जिलों एवं वर्गों का ध्यान रखा गया है। अंत्योदय यानी सबसे गरीब आदमी का उत्थान कैसे हो इस बजट में इसके लिए अनेक प्रावधान किए गए हैं। इस बजट में कृषि को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की उन्नति होगी। हरियाणा की बेटी स्व. सुषमा स्वराज की स्मृति में राज्यस्तरीय सुषमा स्वराज पुरस्कार के लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं। – कैप्टन अभिमन्यु, पूर्व वित्त मंत्री, हरियाणा |
ऐतिहासिक बजट
मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक बजट पेश किया है। इसमें हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। महेंद्रगढ़ जिले के कोरियावास में मेडिकल कॉलेज के साथ नर्सिंग कॉलेज खोलने और ढोषी को प्रतिष्ठित पर्यटक स्थल विकसित करने के घोषणा बजट में की गई है जो जिले के लिए तोहफा है। – ओमप्रकाश यादव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री |
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।