राजेश शर्मा/हप्र
फरीदाबाद, 11 जुलाई
दो साल बाद फिर से दिल्ली-आगरा हाईवे पर सबसे ज्यादा दुर्घटना वाले तीन स्थानों (किलर प्वाइंट) की पहचान की गई है। आईजी ट्रैफिक, करनाल की रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है। इन तीन किलर प्वाइंट में हाईवे के एनएचपीसी चौक, बड़खल मोड़ चौक और बल्लभगढ़ अनाज मंडी कट शामिल हैं।
आईजी ट्रैफिक, करनाल कार्यालय ने दिल्ली-आगरा हाईवे पर 2019, 2020 और 2021 में हुए सड़क हादसों का विश्लेषण किया था। विश्लेषण के आधार पर पता चला कि एनएचपीसी चौक, बड़खल मोड चौक और बल्लभगढ़ अनाज मंडी पर ज्यादा हादसे हुए हैं। आईजी ट्रैफिक ने स्थानीय पुलिस को तीनों चौकों को हादसा मुक्त बनाने की दिशा में कार्य करने के लिए कहा है।
आईजी करनाल कार्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 से वर्ष 2021 के बीच एनएचपीसी चौक पर 20 हादसे हुए थे। इनमें से सात लोगों की मौत हो गई थी। इसी तरह बड़खल मोड़ चौक पर 14 सड़क हादसे हुए, इनमें से छह लोगों की मौत हो गई। जबकि अनाज मंडी कट पर 24 सड़क हादसे हुए थे। इनमें घायल हुए पांच लोगों ने दम तोड़ दिया था।
किलर प्वाइंट खत्म करने के लिए स्पीड कैमरे लगवाए जाएंगे
हाईवे को दुर्घटना मुक्त करने के लिए ट्रैफिक पुलिस हाईवे के पुलों पर तेज रफ्तार वाहनों के चालान करने के लिए स्पीड पर निगरानी रखने वाले कैमरे लगवाने का निर्णय लिया है। वहीं तेज रफ्तार वाहनों के चालान करने के लिए किलर पॉइंट के आसपास इंटरसेप्टर गाड़ी की तैनाती की जाएगी। पैदल लोगों को हाईवे पार करने से रोकने के लिए एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) से हाईवे के डिवाइडर पर ग्रिल लगवा चुकी है। फिर भी कुछ लोग ग्रिल फांदकर हाईवे पार करते रहते हैं। इससे सडक़ हादसों की आशंका बन जाती है। पुलिस पैदल लोगों पर भी नजर रखेगी। ट्रैफिक पुलिस एनएचएआई के साथ मिलकर अनाज मंडी कट को पहले ही बंद करवा चुकी है। इससे यहां हादसों की संख्या में कमी आई है।
2019 में थे सात किलर प्वाइंट
वर्ष 2019 में दिल्ली-आगरा हाईवे पर सात किलर प्वाईंट थे। इनमें एनएचपीसी चौक, बड़खल मोड मेट्रो स्टेशन, ओल्ड फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन, नीलम-अजरोंदा मेट्रो स्टेशन, बाटा चौक मेट्रो स्टेशन, बाटा चौक मेट्रो स्टेशन, एस्कॉट्र्स-मुजेसर मेट्रो स्टेशन और सीकरी गांव थे। उपरोक्त स्थानों के 500 मीटर के दायरे में सड़क हादसे हो रहे थे। इनमें एनएचपीसी और एस्कॉट्र्स-मुजेसर मेट्रो स्टेशन का एरिया सबसे खतरनाक बना हुआ था।