चरखी दादरी, 26 जून (निस)
फसलों के खराबे को लेकर सरकार द्वारा शर्तें थोपते हुए 80 प्रतिशत किसानों का मुआवजा काटने सहित कई मांगाें को लेकर भाकियू ने किसान पंचायत में कई अहम फैसले लिए। किसानों ने महापंचायत के बाद नई अनाजमंडी से लघु सचिवालय तक ट्रैक्टर रैली निकालकर रोष जताया। साथ ही लघु सचिवालय परिसर में सरकार व प्रशासन पर आरोप लगाकर आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। साथ ही चेतावनी दी कि सरकार ने किसानों की मांगे नहीं मानी तो हरियाणा से हजारों किसान ट्रैक्टरों के साथ चंडीगढ़ में हरियाणा सचिवालय का घेराव करेंगे।
चरखी दादरी की नई अनाजमंडी में भाकियू लोकशक्ति संगठन के आह्वान पर किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष जगबीर घसोला की अगुवाई में किसान संगठनों ने एकजुट होते हुए किसानों की मांगों पर आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। महापंचायत के बाद सैकड़ाें किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ रोष रैली निकालते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। एडीसी जयेंद्र छिल्लर को ज्ञापन सौंपते हुए सरकार को सीधे रूप से आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया।
भाकियू नेता जगबीर घसोला व लोकदल के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप हुड्zwnj;डा ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार ने फसलों के खराबे की घोषणा करने के बाद भी किसानों को उनके हक का मुआवजा नहीं मिला।
सरकार ने मुआवजा वितरण को लेकर किसानों पर कई प्रकार की शर्तें थोप दी हैं, जिसके चलते 80 प्रतिशत किसानों को मुआवजा नहीं मिला। अगर ऐसा ही रहा तो हरियाणा के किसान खेतों की बजाय अपने ट्रैक्टरों को चंडीगढ़ में हरियाणा सचिवालय लेकर पहुंचेंगे और अपने हक को लेकर बड़ा संघर्ष करेंगे।
इस अवसर पर भाकियू अबावता संगठन के प्रदेशाध्यक्ष दिलबाग हुड्डा, राष्ट्रीय नेता सतबीर पूनिया, हवा सिंह, रणबीर फौजी, विजय जागलान, प्रवीन टिकान, रामकुमार घानक खाप नेता, राजेन्द्र सांगवान, सूबे सिंह शामण, यादविन्द्र डूडी, जयपाल कुंडू, राजेश फौजी, जगरूप आर्य आदि उपस्थित रहे।