भिवानी (हप्र) : गांव मिरान के बस स्टैंड पर कर्ण सिंह जैनावास की अध्यक्षता में एक पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर चर्चा की गई। दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में तोशाम क्षेत्र से ज्यादा से ज्यादा लोगों की धरने में भागीदारी लेने का आह्वान किया गया। पंचायत में फैसला किया गया कि तोशाम क्षेत्र के सभी गांव से रोजाना लगभग हर गांव से दो ट्रैक्टर लगभग दो दर्जन किसानों के साथ रोस्टर के हिसाब से दिल्ली पहुंचकर किसानों का समर्थन करते रहेंगे। इससे सरकार पर दबाव बनाया जा सके व तीनों कृषि कानूनों को रद्द करवाया जा सके। भाजपा जजपा के सभी विधायक मंत्रियों का बहिष्कार करने की बात का भी समर्थन किया गया। इस अवसर पर बलबीर ठाकन, दिनेश मिरान, रणधीर व विजय कुमार आदि मौजूद थे।
‘आंदोलन फेल करने को रची जा रही साजिशें’
नारनौल (हप्र) :अखिल भारतीय किसान आंदोलन समन्वय समिति द्वारा स्थानीय बाईपास चौक पर चलाया जा रहा धरना 20वें दिन भी जारी रहा। धरने के दौरान आंदोलनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और दिल्ली आंदोलन को खराब करने के लिए रची जा रही साजिशों की कड़ी आलोचना की। इस मौके पर किसान आंदोलन के अध्यक्ष चौधरी सुल्तान सिंह ने कहा कि दिन-ब-दिन इस धरने में लोग जुड़ते चले जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने जो ये कृषि कानून किसानों पर लादे हैं वे सिर्फ किसान ही नहीं, हर आम इंसान पर बहुत बड़ा बोझ बनने वाले हैं। चौ. सुरेंद्र सिंह मेमोरियल क्लब के जिला प्रधान देवेंद्र हुडीना ने कहा कि किसान आंदोलन को फेल करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बार-बार साजिशें रची जा रही हैं। धरने पर अजय चौधरी, महेश भारतीय, मंजीत पाल सिंह, कुलदीप भरगढ़, पतराम मांंदी आदि मौजूद थे।
‘मोदी की कथनी और करनी में अंतर’
भिवानी (हप्र) : किसान आंदोलन शुरू होने के 66 दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नींद से जागे हैं और कह रहे हैं कि वो महज एक फोन की दूरी पर हैं, लेकिन उनकी कथनी और करनी में अंतर है। ये आरोप कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने पर बोलते हुए वक्ताओं ने लगाए। उन्होंने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री बातचीत की बात कह रहे हैं वहीं दूसरी ओर किसानों के धरना स्थलों की बिजली पानी काटी जा रही है। धरने पर किसान नेता राजू मान ने 4 प्रस्ताव रखे जिन्हें लोगों ने हाथ उठाकर अनुमोदन के साथ सरकार को एक सप्ताह में पूरे करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने ये मांगे पूरी नहीं की तो महापंचायत बुलाकर कड़े फैसले लिए जाएंगे। कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने के 38वें दिन नरसिंह डीपीई, ओमप्रकाश, राजसिंह जताई, बिजेंद्र बेरला, मंगल सुई, राकेश आर्य, रणधीर कुंगड़, सुभाष यादव ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। मंच संचालन गंगाराम श्योराण ने किया।