हिसार (हप्र) : खरीफ 2020 जलभराव, ओलावृष्टि, सफेद मक्खी, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अनुसार मुआवजा, गेहूं की फसल का भुगतान, नहरों में पानी, जल घरों और जोहड़ों में पीने का पूरा पानी मिले, बीमा कम्पनी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करनेे आदि मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा बेमियादी धरना बृहस्पतिवार को 44वें दिन में प्रवेश कर गया। धरने की अध्यक्षता हनुमान जौहर व बलबीर नम्बरदार पाबड़ा ने की। जिला सचिव सतबीर धायल ने कहा कि धरनास्थल पर जिला प्रधान शमशेर सिंह नम्बरदार की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें फैसला लिया गया कि जिले के प्रत्येक गांव से किसान टिकरी बॉर्डर पर जाएंगे। 15 जून को अनेक गांवों से हजारों की संख्या में किसान बॉर्डर पर पहुंचकर तीनों काले कानूनों का डटकर विरोध करेंगे व फसल खरीद का कानून बनाने की मांग की जमकर वकालत करेंगे। जिला प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा ने कहा कि किसान सभा के मुख्य सलाहकार बलबीर सिंह नम्बरदार के नेतृत्व में आज पाबड़ा, फरीदपुर, कंडूल आदि के सैंकड़ों किसान भयंकर सूखे की समस्या को लेकर कृषि निदेशक विनोद कुमार से मिले। उन्होंने किसानों को कोई राहत या सहयोग का कोई आश्वासन नहीं दिया। इन गांवों के किसानों ने आंदोलन को और तेज करने का फैसला लिया।