भिवानी, 16 नवंबर (हप्र)
नए कृषि कानूनों के संदर्भ में राष्ट्रपति की भूमिका किसानों के हित में नहीं है, परन्तु संवैधानिक मजबूरियों के चलते हमारा उनसे फिर भी कोई विरोध नहीं है। हालांकि उनके आगमन के दौरान जो भी भाजपा-जजपा नेता सुई गांव में आएंगे, उनका विरोध करते हुए उनके पुतले फूंके जाएंगे।
यह बात संयुक्त किसान मोर्चा के विभिन्न नेताओं ने मंगलवार को कितलाना टोल पर जारी धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि 17 नवंबर को सुबह 11 बजे शहीद भगत सिंह चौक पर इन नेताओं के पुतले फूंके जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता कभी तिरंगा यात्रा का सहारा लेकर या फिर जातीय नेताओं को आगे करके भाई को भाई से लड़वाने की ओच्छी हरकतों को नहीं रोक रहे हैं। अब किसान जनता उनकी फूट डालने वाली नीतियों को समझ चुकी है।
किसानों के कितलाना टोल पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने पर 326वें दिन सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप से बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप से धर्मबीर समसपुर, चौगामा खाप से मीर सिंह नीमड़ीवाली, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से हरबीर सांगवान, युवा कल्याण संगठन से डॉ राजू गौरीपुर, किसान सभा से ईश्वर दातोली, महिला नेत्री धनपति, कमलेश, हसकौर ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया।
इस अवसर पर सुरेंद्र कुब्जानगर, राजकुमार दलाल, रत्तन सिंह, बलवान पूर्व सरपंच, सूबेदार जगवीर, नंदलाल अटेला, रमेश शर्मा, रणसिंह, शब्बीर हुसैन, छाजूराम मलिक, कुलदीप धायल, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, मौजीराम, बुजन जांगड़ा, राजेंद्र जांगड़ा, मुन्ना पंडित, करतार चरखी, सुल्तान खान, अब्दुल खान, बलबीर, जयसिंह कालुवाला, कमल सिंह झोझू इत्यादि मौजूद थे।