हिसार, 26 अगस्त (हप्र)
खरीफ 2020, ओलावृष्टि, सफेद मक्खी, 2021 जलभराव से बर्बाद हुई फसलों का सरकारी गिरदावरी अनुसार बगैर बीमा किसानों को 284 करोड़ मुआवजा देने समेत कई अन्य मांगों को लेकर डीसी कार्यालय पर चल रहा किसानों व मजदूरों का बेमियादी धरना बृहस्पतिवार को 122वें दिन भी जारी रहा। जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने कहा कि सरकार ने 24 अगस्त को कृषि संबंधी जो विधेयक पास किया है, उसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन कीं वसीहतनामा पूर्ण रुप से उपायुक्तों के नाम दे दिया इसलिये 27 अगस्त को दोपहर दो बजे लघु सचिवालय के सामने मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री के पुतलों के अलावा विधेयक के प्रारूप की प्रतियां जलाई जाएंगी। सूबेदार रणबीर सिंह मलिक ने कहा कि 28 अगस्त को सुबह 11 बजे जाट धर्मशाला में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक की जाएगी जिसमें 5 सितम्बर को मुजफ्फरनगर में होने वाली किसानों की महापंचायत में भाग लेने के लिये भी रूपरेखा तय की जाएगी।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर धरने में सूबे सिंह बूरा, श्रद्धानंद राजली, सोमबीर पिलानिया, संदीप सिवाच, कृष्णसिंह पाल, संदीप धीरणवास, धोला जेवरा, राजकुमार ठोलेदार, कृष्ण कुमार सांवत, महेन्द्र नम्बरदार, राजू भगत, रजेश सिंधु, सुरेश मोडख़ेड़ा, राजीव मलिक, सुधीर, बलराज आदि भी उपस्थित रहे।