Farmers’ Voice पोर्टल से नहीं मिलेगा न्याय, किसानों को चाहिए वन टाइम मुआवजा : गीता भुक्कल
झज्जर की कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री गीता भुक्कल ने सरकार के क्षति पोर्टल को पूरी तरह अविश्वसनीय बताते हुए कहा है कि किसानों को राहत पहुंचाने का यही समय है। उन्होंने मांग उठाई कि पोर्टल पर भरोसा करने के बजाय सरकार को तुरंत विशेष गिरदावरी कराकर प्रभावित किसानों को एकमुश्त मुआवजा देना चाहिए।
भुक्कल मंगलवार को झज्जर विधानसभा क्षेत्र के लीलाहेड़ी, बिरोहड़, अकेहड़ी मदनपुर और लडायण सहित कई गांवों में जलभराव से तबाह हुई फसलों का जायजा लेने पहुंचीं। खेतों में खड़ी बर्बाद फसल देखकर उन्होंने किसानों से बातचीत की और उनकी मुश्किलों को सुना। साथ ही, मौके पर मौजूद विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
भुक्कल ने कहा कि पहले भी किसानों ने पोर्टल पर अपने नुकसान का ब्यौरा दर्ज कराया था, लेकिन उन्हें मुआवजा आज तक नहीं मिला। ऐसे में इस व्यवस्था पर यकीन करना व्यर्थ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने वन टाइम मुआवजा नहीं दिया तो झज्जर क्षेत्र का अन्नदाता पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा।
प्रमुख मांगें
- बर्बाद फसलों की स्पेशल गिरदावरी कराई जाए।
- किसानों को प्रति एकड़ 50,000 रुपये का मुआवजा मिले।
- जलभराव प्रभावित गांवों में लगाए गए पम्प सैट की तकनीकी खामियों की जांच हो।
- भविष्य में नुकसान से बचने के लिए पानी निकासी की ठोस व्यवस्था की जाए।
कांग्रेस विधायक ने यह भी कहा कि इस साल बारिश भले ज्यादा हुई हो, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही ने किसानों का दर्द और बढ़ा दिया। अगर समय रहते व्यवस्थाएं सुधारी जातीं तो इतना बड़ा नुकसान नहीं होता।