अधिकारियों के 25 दिन में सभी मांगें पूरी करने के आश्वासन के बाद खत्म किया
शाहाबाद मारकंडा, 13 जून (निस)
गांव जलबेहड़ा से पट्टी शहजादपुर तक बन रहे 22 किलोमीटर लंबे 152-डी सबकोरिडोर से खेतों में जाने के लिए रास्ता देने की मांग कर रहे किसानों ने आज सुबह 9 बजे सड़क के बीचों-बीच टेंट लगाकर धरना शुरू कर दिया। किसानों ने क्रेन और मेटीरियल ले जाने वाले वाहनों को भी रोक दिया और काम भी रुकवा दिया। किसान जसबीर सिंह मामूमाजरा, परविंद्र सिंह, जोगिन्द्र सिंह, सुखविंद्र सिंह, जसविंदर सिंह, दिलबाग सिंह, हरमीत सिंह, सुच्चा सिंह, मलकीत सिंह, अवतार सिंह, जरनैल सिंह, तक़दीर सिंह, सरमोज सिंह व गुरबक्श सिंह ने बताया कि दोपहर 12 बजे सीपीएम सत्यवान मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत करके सारी समस्याएं जानीं, लेकिन उन्होंने कहा कि यह सभी मांगें उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आती। इसके बाद एनएचएआई के एसडीओ अभिजीत मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसानों को बताया कि किसानों के रास्ते व जिन किसानों के रास्ते अधिगृहित किए गए हैं, उनका मुआवजा 25 से 30 दिनों में दे दिया जाएगा जिसके लिए 3ए की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
किसान जसबीर सिंह मामूमाजरा ने बताया कि सबकोरिडोर निर्माण के दौरान जिन किसानों की भूमि 2 भागों में बंट गई थी, उनमें जाने के लिए लंबे समय से मांग किए जाने के बावजूद आज तक प्रशासन ने किसानों को रास्ता नहीं दिया है। संबंधित विभाग ने जो पाईप पानी निकासी के लिए लगाए थे वह भी बंद पड़े हैं। ऐसे में ज्यादा बरसात होने के कारण पानी की निकासी भी नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा रास्ता देने की प्रतीत नहीं होती और अधिकारी एक महीने का समय मांग रहे हैं। किसानों और अधिकारियों में सहमति बनने के बाद दोपहर लगभग 1 बजे धरना समाप्त कर दिया गया लेकिन किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने अपने सभी वायदे दिए गए समय में पूरे नहीं किए तो किसान फिर सड़कों पर उतरेंगे और इसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।