पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत, 20 जनवरी
कुंडली बॉर्डर धरनास्थल से लेकर केजीपी-केएमपी के जीरो प्वाइंट तक किसानों ने हर एक से दो किलोमीटर पर एक नगर बसा दिया है। इनका नामकरण किया गया है, तो इनकी पहचान एक-दो-तीन करके रखी गई। अगर किसी जिले के किसान का पता करना है, तो नगर के हिसाब से किसान उसका ठिकान बता देंगे।
खास बात यह है किसानों ने यह सारे नगर शहीदों के नाम पर रखे हैं। इनमें हर नगर में करीब एक किलोमीटर का दायरा है, तो 200 से लेकर 500 ट्रैक्टर ट्रालियां और इनमें सवार किसान एक नगर का हिस्सा हैं। इधर, किसानों ने सरकार के तेवर भांप कर अगले दो माह तक के राशन का स्टॉक करना शुरू कर दिया है। किसानों को नहीं लगता कि इतनी जल्दी बात बनेगी। इसलिए पहले उन्होंने दो माह का राशन रखा था, जो समाप्त होने जा रहा है। इसके चलते अब अगले दो माह के लिए राशनिंग किसानों ने शुरू कर दी है। कुंडली बार्डर से लेकर सोनीपत में केजीपी-केएमपी गोल चक्कर तक किसानों का जमावड़ा करीब 12 किलोमीटर में फैल चुका है। यहां पंजाब के अलग-अलग जिलों व गांवों से आकर किसान जमे हुए हैं, जबकि उन्हीं के साथ हरियाणा के किसान भी शामिल हो रहे हैं। अब तक एक-दूसरे के ठिकानों तक जानकारी के अभाव में पहुंचना मुश्किल हो रहा था, तो किसानों ने अपने अलग-अलग पड़ाव को अलग नगर का नाम दे दिया है। यही नहीं, नगरों को नंबर भी दिए गए हैं, जिससे पहचान में दिक्कत न हो।
यहां किसानों के पड़ाव को 7 नगरों में बांटा गया है। सरदार भगत सिंह नगर से लेकर बंदा सिंह बहादुर नगर तक और करतार सिंह नगर से लेकर चंद्रशेखर आजाद नगर तक यहां मौजूद हैं। यह व्यवस्था रातोंरात नहीं हुई है, बल्कि बीते 10 दिन तक माथापच्ची के बाद यह निर्णय लिया गया कि किस जिले या गांव का किसान कहां मौजूद है, इसके लिए हर एक किलोमीटर के क्षेत्र को एक अलग-नगर का नाम दे दिया गया।
हर क्षेत्र की कर दी वार्डबंदी
शहर में जिस तरह से वार्डबंदी की जाती है, किसानों ने ठीक उसी तरह से किसानों के धरनास्थल की वार्डबंदी की है। हर नगर का क्षेत्र इस प्रकार निर्धारित किया गया है। जैसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस नगर (कुंडली बॉर्डर स्टेज का क्षेत्र), बंदा सिंह बहादुर नगर (कुंडली स्टेज से केएफसी मॉल तक), सरदार भगत सिंह नगर (केएफसी माल से एचपी पैट्रोल पंप तक), शिवराम रवि राजगरू नगर (एचपी पेंट्रोल पंप से बीकेयू कार्यालय तक), सुखदेव थापर नगर (बीकेयू कार्यालय से कुंडली मॉल तक), करतार सिंह सराभा नगर (कुंडली मॉल से रसोई ढाबा तक) और चंद्रशेखर आजाद नगर (रसोई ढाबा से रियल पंजाबी ढाबा तक) का एरिया इसमें शामिल है।