हरियाणा में डीएपी खाद के लिए धक्के खा रहा किसान : सैलजा
सैलजा ने कहा कि जब मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर सरकार के पास किसानों की जमीन और फसल का पूरा विवरण मौजूद है, तो उसी हिसाब से खाद का प्रबंध कर गांव में पैक्स के माध्यम से वितरण किया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि सरकारी एजेंसियां आधार कार्ड पर सिर्फ चार बैग खाद थमा रही हैं और बाकी जरूरत ब्लैक में खरीदने पर किसान मजबूर हैं।
सैलजा ने कहा कि अधिकतर जिलों से खाद की कालाबाजारी और किल्लत की शिकायतें आ रही हैं। किसान सुबह से लेकर रात तक लंबी कतारों में खड़े रहते हैं, महिलाएं तक लाइनों में लगी रहती हैं, लेकिन जब नंबर आता है तो कहा जाता है कि स्टॉक खत्म हो गया। क्या चार बैग खाद से 20 बैग की जरूरत पूरी हो सकती है? इससे तो साफ है कि सरकार गेहूं की बिजाई को बाधित करना चाहती है।
कांग्रेस किसानों के साथ
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री कागजों पर आपूर्ति सामान्य दिखा रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि किसान सड़कों पर उतरकर विरोध कर रहे हैं। सरकार को दिखावे के बजाय तुरंत गांव स्तर पर खाद वितरण सुनिश्चित करना होगा और कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी होगी। सैलजा ने साफ कहा कि अगर सरकार ने किसानों की परेशानी का समाधान नहीं किया तो कांग्रेस किसानों के साथ मिलकर सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगी।