हिसार, 11 नवंबर (हप्र)
राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा मामले में सोमवार को हांसी के पुलिस अधीक्षक कार्यालय के घेराव के दौरान हांसी लघु सचिवालय के बाहर सड़क पर धरने पर बैठे किसानों ने बृहस्पतिवार को चौथे दिन भी धरना जारी रखा वहीं मांगे मानने के लिए प्रशासन को 15 नवंबर तक का समय दिया है। इसके बाद यदि मांगे नहीं मानी जाती है तो 16 नवंबर को जींद में होने वाली महापंचायत में बड़ा फैसला लिया जाएगा। बृहस्पतिवार को हांसी में किसान नेता प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा की अध्यक्षता में बैठक हुई और फैसला लिया कि 15 नवंबर तक हांसी पुलिस ने किसानों की मांग नहीं मानी तो 16 नवंबर को जींद में प्रस्तावित राज्य स्तरीय कन्वेंशन में आगामी निर्णय लिया जाएगा। किसान नेता रवि आजाद ने बताया कि प्रशासन को 15 नवंबर तक की चेतावनी देने के लिए शुक्रवार, 12 नवंबर को किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल मंडल आयुक्त से मुलाकात करके उनको ज्ञापन सौंपेगा। धरने पर इंद्रजीत सिंह, सुरेश कोथ, जोगेंद्र नैन, मनदीप नथवान, जयकरण मांडोठी, युद्धवीर अहलावत, रतन मान, रामफल कंडेला, हर्षदीप, संदीप सिवाच, विकास सीसर, तिलक राज, हरजिंद्र, राजेंद्र सिंह, सुमित दलाल आदि भी उपस्थित थे।
कितलाना टोल : किसान मोर्चा के निर्णय लागू करेंगे
भिवानी (हप्र) : किसानों ने निर्णय लिया है कि वे ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ 26 नवंबर को दिल्ली बार्डरों पर पहुंचेंगे तथा 29 नवम्बर से संसद तक कूच करंगे। जब तक तीनों कृषि विरोधी काले कानून रद्द नहीं होंगे तथा एमएसपी की संवैधानिक गांरटी नहीं मिल जाती, तब तक वे आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ कितलाना टोल पर चल रहे धरने पर टोल कमेटी के वरिष्ठ सदस्य व सांगवान खाप के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे का जो भी निर्णय होगा, उसे पूरी तरह से लागू किया जाएगा। आगामी आन्दोलन की रूपरेखा को लेकर किसानों में भारी उत्साह है और बड़ी संख्या में किसान घोषित कार्यक्रम में भाग लेंगे। फोगाट खाप के प्रधान बलवन्त सिंह नम्बरदार ने कहा कि सरकार एवं प्रशासन किसानों के लिए समय पर रबी फसल की बुआई के लिए जरूरी डीएपी भी उपलब्ध नहीं करा पा रही है। किसान रात को ही खाद खरीद केन्द्रों पर पहुंच जाते हैं और उन्हें बिना खाद लिए निराश लौटना पड़ता है। उन्होंने मांग की है कि सरकार शीघ्रता से खाद की व्यवस्था करे।
13 को पुतला फूंकेगी किसान सभा
हिसार (हप्र) : लघु सचिवालय के गेट पर चल रहा किसान सभा का बेमियादी धरना बृहस्पतिवार को 198वें दिन भी जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए जिला प्रधान शमशेर सिंह नम्बरदार ने कहा कि प्रशासन किसानों से बार-बार झूठ बोल रहा है कि किसानों का खरीफ 2020 का मुआवजा अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व विभाग के पास मंजूर होने के लिये भेजा हुआ है। मंडल आयुक्त ने पिछले दिनों किसानों से हुई बातचीत में कहा था किंतु सच्चाई यह है कि आज तक उपायुक्त कार्यालय से किसानों का लेखा-जोखा नहीं दिया गया है। तहसीलों से आज तक फसलों की गिरदावरी की रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय में नहीं आई है। दोनों अधिकारियों ने किसानों से बातचीत के दौरान धोखा किया है। उपरोक्त धोखे व विश्वासघात के कारण किसान सभा द्वारा 13 नवम्बर को दोपहर एक बजे लघु सचिवालय के गेट पर प्रशासन का पुतला फूंका जाएगा। किसान सभा के प्रांतीय महासचिव सुमित दलाल ने कहा कि हांसी के आंदोलन को और तेज किया जाएगा। जब तक किसानों की मांगों का बातचीत द्वारा हल नहीं हो जाता, आंदोलन जारी रहेगा और 14 नवम्बर को जींद में महिलाओं की महापंचायत की जाएगी। इसके अतिरिक्त 16 नवम्बर को जींद में ही इस आंदोलन की तैयारी को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की विशाल पंचायत होगी जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता भी आएंगे।