अम्बाला शहर, 13 जनवरी (हप्र)
कृषि कानूनों के विरोध में आज किसानों ने शंभू बैरियर पर कानूनों की प्रतियां फूंक कर लोहड़ी पर्व मनाने का काम किया। साथ ही पर्व पर मूंगफली, रेवड़ी व गच्चक आदि बांटने के स्थान पर आंदोलन को और तेज करने के लिए झंडे, बिल्ले, स्टीकर आदि प्रचार सामाग्री वितरित की। बीते 25 दिसंबर से यहां टोल फ्री धरना प्रदर्शन कर रहे आंदोलन का नेतृत्च भाकियू के जिला उपाध्यक्ष गुलाब सिंह ने किया। इस दौरान भारी शीत लहर के बावजूद काफी किसानों ने लोहड़ी की आग में इन कानूनों की प्रतियां स्वाहा करके अपना रोष व विरोध जताया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी किसानों ने अपना धरना प्रदर्शन खत्म नहीं किया है। किसानों ने कहा कि तीन कृषि कानून किसानों के डेथ वारंट हैं। आने वाले समय में किसान खेती करना छोड़ देंगे तथा अपनी जमीनों को बेचने पर मजबूर हो जाएंगे। इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा। महंगाई कई गुना बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि किसान 23 जनवरी को मोहड़ी में एकत्र होंगे और 26 को दिल्ली में होने वाली ट्रैक्टर परेड में बढ़चढ़कर भाग लेंगे। उनकी मांग है कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं ले लिए जाते हैं वो तब तक अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे।इसी बीच शहर की इंको स्थित रिलायंस के बाहर आज भी अनेक किसान प्रदर्शन करते नजर आए। यहां किसान लोगों को मॉल से सामान आदि नहीं खरीदने के लिए प्रेरित करने में लगे हुए हैं। इन किसानों का कहना था कि वे तीन कृषि कानूनों का विरोध करते हैं।