देशपाल सौरोत/हप्र
पलवल, 7 दिसंबर
पलवल में किसान आंदोलन के चलते सोमवार को लगातार दूसरे दिन भी नेशनल हाईवे पूरी तरह से जाम रहा। इसके चलते दिल्ली-पलवल-आगरा हाईवे पर दोनों साइड वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद रही। पुलिस ने आगरा और दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों को होडल से वाया हथीन रूट डायवर्ट कर दिया है। पलवल में केजीपी-केएमपी व नेशनल हाईवे पर करीब चार-चार किलोमीटर का लंबा जाम लगा हुआ है और लोग जाम में फंसे रहे।
पिछले 5 दिन से केएमपी-केजीपी चौक के निकट नेशनल हाईवे-19 पर धरना पर बैठे मध्यप्रदेश, बुंदेलखंड, राजस्थान व उत्तर प्रदेश के किसानों ने सोमवार को किसान-एकता जिंदाबाद के नारों केे साथ हाईवे पर विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। कड़ाके की ठंड में किसानों ने हाईवे के बीचों बीच बैठकर चूल्हा-भट्ठी चलाकर पकवान बनाए। मध्यप्रदेश के ग्वालियर से आए इन किसानों का दावा है कि वह अगले 6 महीने तक का राशन अपने साथ लेकर आए हैं, इसलिए उन्हें आंदोलन लंबा चलने का कोई डर नहीं है। वे नए कृषि कानूनों को रद्द करवाकर ही अपने घर लौटेंगे। उनका कहना है कि पलवल पुलिस कितने ही जोर लगा ले वह दिल्ली जाकर ही रहेंगे।
पुलिस ने मिट्टी से भरे डंपरों से की बैरीकेडिंग
पुलिस ने आंदोलनरत किसानों को चारों ओर से बेरिकेडिंग कर व मिट्टी के बडे-बडे डंफरों को खड़े कर पूरी तरह से घेरा हुआ है। पुलिस की कड़ी घेराबंदी भी इन किसानों के जोश-जज्बे को कम नहीं कर पा रही है। किसानों के साथ महिलाएं भी आईं हैं जो चौका चूल्हा को संभाल रही हैं। वहीं, भारतीय युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता तरूण तेवतिया ने कहा कि देश का अन्नदाता सड़क पर है और प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री राजनीतिक कार्यक्रमों में व्यस्त हैं, उससे साबित हो गया है कि सरकार को किसान, मजदूर, कर्मचारी व आम लोगों की बिल्कुल भी चिंता नहीं है।
राजस्थान के किसानों के साथ बावल हाईवे पर झड़प
रेवाड़ी (निस) : बावल में दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर जयसिंहपुर खेड़ा पर सोमवार की सायं अचानक राजस्थान के किसान नेता रामपाल जाट के नेतृत्व में सैकड़ों वाहनों का काफिला रेवाड़ी सीमा में घुसने लगा। पहले से ही तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में झड़प भी हुई। इस मौके पर एसपी अभिषेक जोरवाल, डीसी यशेंद्र सिंह भी मौजूद थे। दोनों पक्षों के बीच एक घंटे तक वार्ता चली। आखिर में किसानों को वापस राजस्थान सीमा में लौटना पड़ा। राजस्थान किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट ने चेतावनी दी कि वे आज वापस बॉर्डर स्थित गांव घिलोट में लौट रहे हैं, जहां किसानों ने पिछले कई दिनों से डेरा डाला हुआ है। लेकिन 9 दिसंबर को भी किसान संगठनों की सरकार से वार्ता विफल रही तो उन्हें फिर दिल्ली जाने से कोई नहीं रोक सकेगा।
कर्ण दलाल ने बुलाई मौजिज लोगों की बैठक
हरियाणा के पूर्व कृषि मंत्री एवं कांग्रेस नेता कर्ण दलाल ने किसान आंदोलन समर्थन करते हुए मंगलवार को पलवल के हूडा सेक्टर-2 ग्राउंड में एक बड़ी बैठक बुलाने का ऐलान किया है। इस बैठक में पलवल जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों पलवल, होडल, हथीन व पृथला विधानसभा क्षेत्र के लोगों को आमंत्रित किया गया है। बैठक में लोगों से विचार-विमर्श करने के उपरांत लोगों की सहमति से दिल्ली-बदरपुर बाॅर्डर को जाम करने का निर्णय लिया जाएगा।