सोनीपत, 3 मार्च (हप्र)
राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार का रवैया बता रहा है कि किसान उनके एजेंडे में नहीं हैं। यही वजह है कि 100 दिन होने को आ रहे हैं, लेकिन सरकार को किसानों का दर्द समझ नहीं आ रहा। उन्होंने इस मौके पर हरियाणा में निजी क्षेत्र में लागू किए गए आरक्षण पर चुटकी ली और कहा कि सरकारी नौकरी में ढाई प्रतिशत और निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत आरक्षण का मतलब समझने की जरूरत है। उन्होंने बिजली निगम में एसडीओ की भर्ती का हवाला देते हुए कहा कि सरकार ने जो नौकरी दी, उसमें हरियाणा के युवाओं को यह आरक्षण क्यों नहीं मिल पाया, इसके बारे में भी तो सरकार स्पष्ट कर देती। उन्होंने सवाल किया कि क्या इस प्रदेश में योग्य युवा हैं ही नहीं? वे कुंडली बॉर्डर धरनास्थल पर आंतिल चौबासी सर्वखाप के धरने पर पहुंचे थे। उन्होंने यहां की व्यवस्थाओं को देखा। साथ ही उन्होंने किसानों का हालचाल पूछा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ ऐसा व्यवहार कर रही है, जैसे कि वो इस देश के नागरिक ही न हों। इस मौके पर विधायक सुरेंद्र पंवार, इंदूराज नरवाल, पूर्व विधायक जयतीर्थ दहिया, सुखबीर फरमाणा, मेयर निखिल मदान, बिजेंद्र आंतिल, सुनील कटारिया, हवा सिंह ठेकेदार, मनोज रिढाऊ, जयवीर आंतिल, कुलदीप वत्स मौजूद रहे।
टोहाना (निस) : प्रदेश में 75 फीसदी रोजगार देने के कानून पर दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कानून पढ़कर देखो तो पता चला कि यदि नौकरी नहीं देनी है तो परमिशन ले सकते हैं। वे यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे।