अम्बाला शहर, 16 अक्तूबर (हप्र/निस)
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अम्बाला के लोकसभा सांसद रतनलाल कटारिया ने कहा कि सिंघू बार्डर धरनास्थल पर हुई किसी भी घटना की सारी जिम्मेवारी किसान मोर्चा के नेताओं की बनती है । वे किस प्रकार इस घटना से अपना पल्ला झाड़ सकते हैं। धरनास्थल पर इस प्रकार की आपराधिक घटनाओं ने किसान आंदोलन को पीछे छोड़ दिया हैं।
उन्होंने पंजाब में तरनतारन के दलित सिख लखबीर सिंह की नृशंस हत्या की तुलना तालिबानी क्रूरता से की है। साथ ही घटना को भारतीय समाज व लोकतंत्र के माथे पर कलंक बताया है।
सांसद कटारिया ने कहा कि कुछ निहंगों ने खुद को कानून से ऊपर मानते हुए उसको मौत की सजा सुनाई व मरने तक
जिस प्रकार से तड़पाया है वह निंदनीय है।