Fake Gangster 10 हजार का झगड़ा, 30 लाख की फिरौती-झज्जर में नकली गैंगस्टर ड्रामा
Fake Gangster झज्जर जिले में मामूली पैसों के विवाद ने हैरतअंगेज मोड़ ले लिया। रईया गांव के एक व्यक्ति से पहले 25 लाख और फिर 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। जांच में सामने आया कि यह खेल किसी...
Fake Gangster झज्जर जिले में मामूली पैसों के विवाद ने हैरतअंगेज मोड़ ले लिया। रईया गांव के एक व्यक्ति से पहले 25 लाख और फिर 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। जांच में सामने आया कि यह खेल किसी बड़े गैंग का नहीं, बल्कि परिचित युवकों का था, जिन्होंने सोशल मीडिया पर अपराधियों को देखकर गैंगस्टर बनने का नाटक रच डाला।
पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में प्रितुल (निवासी ईगरा, जींद) और मनीष उर्फ अरुण (निवासी रईया, झज्जर) शामिल हैं। मनीष का शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये का लेन-देन चल रहा था। इसी रंजिश में उसने प्रितुल के साथ मिलकर फिरौती की योजना बनाई। दोनों आरोपी सोशल मीडिया पर गैंगस्टरों को फॉलो करते थे और उन्हीं की तर्ज पर धमकी भरी स्क्रिप्ट तैयार कर ली।
धमकी भरी कॉल और इंस्टाग्राम मैसेज
- 28 अगस्त 2025, सुबह 9:54 बजे: विदेशी नंबर से कॉल कर 25 लाख रुपये की मांग और जान से मारने की धमकी।
- 7 सितंबर 2025, सुबह 9:00 बजे: इंस्टाग्राम से ऑडियो-वीडियो भेजकर फिरौती की रकम 30 लाख रुपये तक पहुंचा दी गई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सीआईए झज्जर के निरीक्षक विवेक मलिक के नेतृत्व में थाना शहर और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया। उनके मोबाइल बरामद कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अपराधियों को रोल मॉडल न बनाएं युवा : डॉ. राजश्री
डॉ. राजश्री ने कहा कि यह घटना युवाओं के लिए सबक है कि अपराधियों को रोल मॉडल न बनाएं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों की गतिविधियों और बैग की समय-समय पर जांच करें।
उन्होंने कहा कि अपराध की जिंदगी अल्पकालिक और तनाव से भरी होती है। इसमें न समाज में इज्जत मिलती है और न परिवार को सम्मान। युवाओं को पढ़ाई और खेल पर ध्यान देना चाहिए, ताकि माता-पिता गर्व से कह सकें कि यह मेरी संतान है।

