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अपराध रोकने में नाकाम, सज़ा दिलाने में भी फेल : दीपेंद्र हुड्डा

कहा-हरियाणा में अपराधी खुला खेल रहे, जनता न्याय के लिए तरस रही

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कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा।
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रोहतक सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि एनसीआरबी ‘क्राइम इन इंडिया 2023’ रिपोर्ट हरियाणा में बीजेपी सरकार की असफलता उजागर करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार न केवल अपराध रोकने में विफल है, बल्कि अपराधियों को सज़ा दिलाने में भी पूरी तरह नाकाम रही है। रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में हरियाणा में कुल 2 लाख 24 हजार 216 एफआईआर दर्ज हुईं।उन्होंने कहा कि 3.03 करोड़ आबादी वाले राज्य में हर रोज 3 हत्या, 5 बलात्कार, 11 अपहरण के मामले सामने आए। डिजिटल ब्लैकमेल और ऑनलाइन उगाही भी तेजी से बढ़ रही हैं। आम नागरिक, व्यापारी और महिलाएं जबरन वसूली और ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रही हैं। राज्य में महिलाओं के खिलाफ 15 हजार 758 अपराध दर्ज हुए, जिसमें 1,772 बलात्कार, 131 गैंगरेप और 207 दहेज हत्याएं शामिल हैं। लेकिन सज़ा दर केवल 13.6% रही।

उन्होंने कहा कि बच्चों के खिलाफ अपराध में दोषसिद्धि दर 27.2%, जबकि एससी वर्ग के खिलाफ अपराध में केवल 19.3% मामलों में सज़ा मिली। बलात्कार में हरियाणा की अपराध दर 12.4, राष्ट्रीय औसत 4.3 के मुकाबले दोगुनी से अधिक है। दीपेंद्र ने कहा कि पुलिस द्वारा 45.9% मामलों को झूठा बता कर बंद किया गया, जो न्याय व्यवस्था की निष्पक्षता और पुलिस जांच की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाता है।

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सांसद ने कहा कि दोषसिद्धि दर बढ़ाने के लिए अभियोजन विभाग और पुलिस की कार्यप्रणाली में आमूलचूल सुधार करना होगा। हरियाणा में 80 से अधिक संगठित गिरोह सक्रिय हैं, जो कांट्रेक्ट किलिंग, ड्रग्स तस्करी, अवैध हथियार, अपहरण और जबरन वसूली जैसी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। यह साफ़ करता है कि सत्ता में बैठे लोग सिर्फ खोखले नारेबाज़ी कर रहे हैं, असली कार्रवाई नहीं।

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