ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 23 जुलाई
हरियाणा के संस्कृति मॉडल स्कूलों में उन विद्याथियों को अब दोबारा एडमिशन नहीं मिलेगा, जो 10वीं और 12वीं के बार्ड एग्जाम में फेल हुए हैं। अलबत्ता ये विद्यार्थी प्रदेश के अन्य किसी भी सरकारी स्कूल में एडमिशन लेकर अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से इस बाबत सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को हिदायत जारी की गई हैं। विभाग ने उन स्कूल मुखियाओं को आड़े हाथों लिया है, जो नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं में फेल होने के बाद विद्यार्थियों का एडमिशन नहीं कर रहे हैं। इस तरह की शिकायतों पर कड़ा नोटिस लेते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्हें कहा गया है कि वे सुनिश्चित करें कि कोई भी स्कूल मुखिया इन बच्चों को दोबारा से कक्षाओं में दाखिला लेने से न रोके। विभाग ने आशंका जताई है कि अगर बच्चों को एडमिशन नहीं दिया गया तो इससे ड्रापआउट को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, कहा गया है कि अगर इस तरह के मामले सामने आए तो इसके लिए संबंधित स्कूल के मुखिया सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे और उनके खिलाफ विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं सरकार द्वारा चलाए जा रहे राजकीय मॉडल संस्कृति विद्यालयों के दसवीं और बारहवीं में फेल होने वाले विद्यार्थियों को इन्हीं स्कूलों में पुन: एडमिशन पर रोक लगाई है।
हालांकि ये बच्चे अन्य किसी भी सरकारी स्कूल में दाखिला ले सकेंगे। ऐसे बच्चों का एडमिशन सुनिश्चित करने का जिम्मा जिला शिक्षा अधिकारियों को दिया गया है।