सिरसा में कांग्रेस के धरने में खुलकर सामने आई गुटबाजी, अधिकतर नेता गायब
एडीजीपी वाई पूरन कुमार के मामले को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से सोमवार को जिलाध्यक्ष संतोष बैनीवाल के नेतृत्व में लघु सचिवालय में धरना देकर मामले की निष्पक्ष जांच व त्वरित कार्रवाई की मांग की गई। नवनियुक्त...
एडीजीपी वाई पूरन कुमार के मामले को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से सोमवार को जिलाध्यक्ष संतोष बैनीवाल के नेतृत्व में लघु सचिवालय में धरना देकर मामले की निष्पक्ष जांच व त्वरित कार्रवाई की मांग की गई। नवनियुक्त कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा दिए गए इस धरने से सिरसा के अधिकतर कद्दावर कांग्रेसी नेताओं ने दूरी बनाए रखी। पूर्व ओएसडी डॉ. केवी सिंह के अलावा अधिकतर नेता धरने पर नहीं पहुंचे। धरने पर न पहुंचने वालों में सिरसा के विधायक गोकुल सेतिया, कालांवाली विधायक शीशपाल केहरवाला, ऐलनाबाद विधायक भरत सिंह बैनीवाल के अलावा राज कुमार शर्मा, नवीन केडिया, संदीप नेहरा, राजेश चाडीवाल, सुशील इंदौरा, अमीर चावला इत्यादि शामिल रहे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों के साथ साथ सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा के समर्थकों ने भी धरने से दूरी बनाए रखी। कांग्रेस नेताओं की गैरमौजूदगी कांग्रेस की नयी जिला प्रधान की नियुक्ति पर प्रश्न चिन्ह लगा रही है।
मामले की बारीकी से जांच हो
संतोष बैनीवाल ने कहा कि पार्टी की ओर से एकदिवसीय धरना, प्रदर्शन के आदेश पर कांग्रेस पार्टी की जिला इकाई की ओर से रोष व्यक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि एडीजीपी के परिवार के साथ अन्याय न हो और इस मामले की बारीकी से जांच कर त्वरित कार्रवाई की जाए। जो भी अधिकारी इस मामले में दोषी हैं, उनके खिलाफ तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जाए।