भिवानी, 5 मार्च (हप्र)
रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच विद्यार्थियों की सकुशल घर वापसी पर परिजनों में खुशी का माहौल है। विद्यार्थियों ने बताया कि उन्हें कुछ परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ा परंतु सरकार ने वहां से निकलने में पूरी मदद की और उन्हें निशुल्क स्वदेश पहुंचाया। साथ ही उम्मीद जतायी कि उनके बचे हुए सहपाठी भी सकुशल स्वदेश पहुंच पाएंगे। इसके लिए अभिभावकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का धन्यवाद किया और कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से ही उनके बेटे सहित देश के हजारों बेटे-बेटियां सकुशल देश पहुंच पाए हैं।
आज तोशाम निवासी चिराग मेहता भी सकुशल यूक्रेन से लौट आया। घर वापसी पर परिजनों के साथ ग्रामवासियों ने उसका भरपूर स्वागत किया। चिराग ने बताया कि वह यूक्रेन के शहर लवीव में एमबीबीएस के तीसरे वर्ष का छात्र था। युद्ध के पश्चात यूक्रेन में हालत बुरी तरह बिगड़ गए और उसे लवीव शहर से रोमानिया जाना पड़ा। उसका कहना है कि रोमानिया में उसे भारतीय दूतावास से काफी सहायता मिली और खाने और रहने के लिए अधिक संघर्ष नहीं करना पड़ा।
43 छात्र-छात्राएं लौटे, 5 का इंतजार
चरखी दादरी (निस) : दादरी जिला के 43 विद्यार्थी अब यूक्रेन से वापस भारत लौट चुके हैं। जिला प्रशासन को अभी 5 और विद्यार्थियों के वापस आने का इंतजार है। नगराधीश नरेंद्र कुमार ने बताया कि गांव समसपुर की साक्षी, नीरज, मोहनीश वत्स, गांव बिरही का प्रीतम एवं कादमा की अनिशा रह गए हैं। इनमें अनिशा तो यूक्रेन के समी टाऊन में रूस बॉर्डर के नजदीक है और बाकी 4 यूक्रेन की सीमा पार कर हंगरी में हैं तथा दिल्ली की फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं।