नूंह/मेवात, 23 अप्रैल (निस)
जिले की सब्जी मंडिों में मार्किट फीस की आड़ में किसानों व खरीददारों से जबरन शुल्क वसूली की जा रही है। इसका विरोध करने पर सब्जी मंडी के आढ़तियों व उनके गुर्गों के जरिए दबंगई दिखाने पर विरोध के सुर दबा देते हैं। हैरत की बात देखने को यह मिल रही है कि मंडी प्रशासन जान कर भी अंजान बना बैठा हैं। इससे किसानों व खरीददारों में सरकार के प्रति नाराजगी हैं।
अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य काले खान, किसान नेता अख्तर, पप्पू, फकरू, सुभाष चंद, वेदप्रकाश, पाली गाबा व मदनलाल आदि का कहना है कि सरकार ने कुछ एक सब्जियों व फलों पर मात्र एक फीसदी मार्किट फीस लगा रखी है जबकि कई सब्जियों व फलों को मार्किट फीस से मुक्त किया हुआ है लेकिन सब्जी मंडी के व्यापारी 10 से 15 फीसदी मार्किट फीस वसूल रहे है। आरोप है कि मंडी प्रशासन की कथित मिलीभगत से ही जिला में मार्किट फीस वसूली का गोरख धंधा चल रहा है।
क्या कहते हैं मार्केट कमेटी सचिव
इस बारे में मार्किट कमेटी के सचिव कम कार्यकारी अधिकारी मोहन जोवल का कहना है कि उनके संज्ञान में अभी तक ऐसा कोई मामला नहीं पहुंचा है और साथ ही दावा कर कहा कि आने पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।