जगाधरी,14 मार्च (निस)
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के बुद्धिस्ट तिब्बतियन संस्थान के विशेषज्ञ सलाहकार डा. एमके ओतानी ने सोमवार को जगाधरी के नजदीक प्राचीन बौद्ध स्तूप चनेटी का दौरा किया। डा. ओतानी ने स्तूप की परिक्रमा कर चादर चढ़ाई। उन्होंने शांति का संदेश व अन्य महत्वपूर्ण संदेश देने वाले झंडे बंधवा कर यहां पूजा-अर्चना की। समाजसेवी एवं भाजपा नेता अशोक कुमार चनेटी ने डा. एमके ओतानी को जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 23 सौ वर्ष पुराना यह स्तूप है। चीनी यात्री हयूनसांग द्वारा दिए गए वर्णन से यह पता चलता है। यह स्तूप अशोक स्तूप का अवशेष है। पुरातत्व विभाग ने वर्ष 2007 मे इस बौद्ध स्तूप का जीर्णोद्धार करवाया है। यह इलाका नगर बौद्ध धर्म का केन्द्र रहा है।
उन्होंने बताया कि यहां पर लगभग 100 मीटर की परिधि में एक विशाल ईंटों का टीला है जो आठ मीटर ऊंचा है। इसमेंं पीली और पक्की ईंटें लगी हुई हैं। गोलाकार में बना यह स्तूप नीचे से चौड़ा है तथा जैसे-जैसे ऊपर की ओर जाता है इसकी चौड़ाई कम होती जाती है। उन्होंने बताया कि देश-विदेश से बौद्ध अनुयायी व दूसरे यात्री यहां आते हैं।