यमुनानगर, 4 अगस्त (हप्र)
जीएसटी दर बढ़ाने से महंगे होते जा रहे कोयले के दामों व बिजली से ईंटों के दाम बढ़ जायेंगे, जिससे आम व गरीब आदमी के लिए घर बनाना मुश्किल हो जाएगा। यह बात साढौरा की विधायक रेनूबाला ने कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2276 ईंट भट्टा संचालित हैं और सरकार ने कोयले पर जीएसटी की दर 5% से बढ़ाकर 12% कर दी है, जिससे बिजली तो पहले ही महंगी थी, अब कोयला भी महंगा हो जाएगा। उन्होने कहा कि भट्ठा मालिक अपने भट्ठों को बंद करने के लिए मजबूर हो जाएंगे, जिस कारण ईंटे बहुत महंगी हो जाएंगी। आज महंगे कोयले और जीएसटी दर बढ़ने पर ईंट भट्टा संचालक भी सरकार के खिलाफ हड़ताल पर बैठे हैं। ईट भट्टा संचालक सरकार को अपनी आवाज सुना रहे हैं की 1000 ईंट रु.6 के हिसाब से बेचने पर रु.720 उन्हें ज्यादा देने पड़ रहे हैं, जो कि उन पर भारी बोझ है।
रेनूबाला ने कहा कि सरकार ने दावा किया था कि 2022 तक हर गरीब को सुविधाओं से भरपूर पक्की छत
उपलब्ध करवाई जाएगी, जो केवल सपना ही रह जाएगा। रेनूबाला ने कहा कि महंगाई की मार ने गरीब आदमी की कमर तोड़कर रख दी है।
बुढ़ापा पेंशन को लेकर बुजुर्ग काट रहे चक्कर
मुस्तफाबाद (निस) : हलका साढौरा विधायक रेणु बाला ने अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान कहा कि बुढ़ापा पेंशन को लेकर बुजुर्ग सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। फैमिली आईडी में की गई विभागीय कमियों का खमियाजा उनको भुगतना पड़ रहा है। हर 6 महीने के बाद उसे अपनी इनकम का सर्टिफिकेट सरकार से लेकर सीएससी सेंटर पर जाकर अपडेट करना पड़ता है, यह कहां का नियम है। रेनूबाला ने कहा कि यह विभागीय गलती है, इसलिए विभाग की जिम्मेवारी बनती है कि इसको तुरंत ठीक करके सभी बुजुर्गों की बुढ़ापा पेंशन दी जाए।