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महाराजा अग्रसेन की राजधानी अग्रोहा में 41 साल बाद होगा उत्खनन

चंडीगढ, 21 मार्च (ट्रिन्यू) तक्षशिला और मथुरा के ऐतिहासिक व्यापार मार्ग पर स्थित महाराजा अग्रसेन की नगरी अग्रोहा के प्राचीन टीला पर 41 साल के बाद उत्खनन शुरू होने जा रहा है। हरियाणा में सिंधु-सरस्वती सभ्यता के प्राचीन व ऐतिहासिक...
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चंडीगढ, 21 मार्च (ट्रिन्यू)

तक्षशिला और मथुरा के ऐतिहासिक व्यापार मार्ग पर स्थित महाराजा अग्रसेन की नगरी अग्रोहा के प्राचीन टीला पर 41 साल के बाद उत्खनन शुरू होने जा रहा है। हरियाणा में सिंधु-सरस्वती सभ्यता के प्राचीन व ऐतिहासिक उदाहरण राखीगढी के बाद अग्रोहा में उत्खनन से इस क्षेत्र के दुनिया से व्यापारिक व सांस्कृतिक संबंधों के ठोस प्रमाण देखने को मिलेंगे, जिससे वैश्विक मंच पर भारत की नगर नियोजन व्यवस्था व विभिन्न अवधि में सांस्कृतिक, व्यापारिक, मानव जीवन शैली का विस्तार रूप प्रदर्शित होगा।

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प्रदेश के विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मंगलवार को अग्रोहा में केंद्र सरकार द्वारा संरक्षित प्राचीन टीला के उत्खनन कार्य व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पंडित दीनदयाल उपाध्याय पुरातत्व संस्थान के पीजी डिप्लोमा पुरातत्व के 2025 बैच के छात्र पुरातत्वविदों के प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करेंगे। पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि प्राचीन टीला पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण व पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की संयुक्त टीम उत्खनन के माध्यम से अग्रोहा और बाहरी दुनिया के व्यापारिक संपर्क की प्रकृति को समझने की कोशिश करेगी।

अग्रोहा में वर्ष 1978 से वर्ष 1984 तक हुई खुदाई के दौरान पाए गए प्रारंभिक ऐतिहासिक नगर नियोजन व्यवस्था का विस्तृत अध्ययन करते हुए प्राचीन दुनिया में व्यापार के क्षेत्रीय केंद्र के तौर पर कड़ी जोड़ी जाएंगी। उन्होंने बताया कि प्राचीन टीला पर उत्खनन के दौरान विभिन्न अवधि के दौरान सांस्कृतिक भिन्नता व उनके अलग-अलग अवधि की निरंतरता का अध्ययन किया जाएगा।

अग्रोहा बस्ती के स्वरूप और इस स्थान पर पाए जाने वाले भौतिक अवशेषों की प्रकृति को जानते हुए बाहरी दुनिया के साथ उनके संबंध को जोड़ा जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा प्रदेश के आम बजट में भी अग्रोहा प्राचीन टीला पर उत्खनन शुरू करने और साइट संग्रहालय, इंटर-प्रिटेशन सेंटर की स्थापना, लाइट व साउंड शो का आयोजन और तारामंडल का निर्माण कराने की घोषणा की थी। अब 25 मार्च को दोपहर 2 बजे अग्रोहा स्थित प्राचीन टीला पर होने वाले आयोजन में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा सहित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण व पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग, जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल होंगे।

अथोइलू काबुई की निगरानी में होगी खुदाई

मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि अग्रोहा पुरातात्विक स्थल के उत्खनन का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण चंडीगढ़ सर्कल की अधीक्षण पुरातत्वविद कामेई अथोइलू काबुई की निगरानी में शुरू होगा, जिसमें इसी सर्कल की सहायक अधीक्षण अराखिता प्रधान, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की उपनिदेशक बनानी भट्टाचार्य उत्खनन कार्य में सह निदेशक के तौर पर काम करेंगी। इस कार्य को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) व पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग हरियाणा की 15 विशेषज्ञों की टीम करेगी।

युवा पुरातत्वविदों को मिलेगा जुडने का मौका

कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने बताया कि प्राचीन अग्रोहा टीला पर एक लंबे अरसे के बाद शुरू हो रही उत्खनन प्रक्रिया देश के चुनिंदा युवा पुरातत्वविदों के लिए एक बड़े अवसर के तौर पर है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा पुरातत्व क्षेत्र में पीजी डिप्लोमा कर रहे युवाओं को टीला उत्खनन प्रक्रिया में विशेषज्ञ पुरातत्वविदों की निगरानी में सीखने एवं व्यवहारिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर दिया जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया में जुड़ने वाले युवा छात्र पुरातत्वविद ऐतिहासिक कलाकृतियों, अवशेषों को उजागर करने, उनका अध्ययन करने व अतीत की सभ्यताओं व संस्कृतियों को समझने के लिए अनुभव प्राप्त करेंगे।

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