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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 27 नवंबर
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधायकों के साथ संवाद और विकास कार्यों की समीक्षा के लिए एक नई पहल की है। अब हर बुधवार शाम 4 बजे से 6 बजे तक मुख्यमंत्री विधायकों के लिए उपलब्ध रहेंगे, जहां वे व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्याएं, जनता की शिकायतें और अपने हलकों की विकास योजनाओं पर चर्चा कर सकेंगे।
यह व्यवस्था पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उस पहल से प्रेरित है, जिसमें उन्होंने बुधवार का दिन विधायकों के लिए निर्धारित किया था। नायब सिंह सैनी ने इसी तर्ज पर विधायकों को सीधा संवाद और समस्याओं के समाधान का मंच प्रदान किया है। मुख्यमंत्री ने विधायकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्रों की समस्याओं और विकास कार्यों को प्राथमिकता से निपटाएं। इस पहल का उद्देश्य न केवल विधायकों की भूमिका को सशक्त बनाना है, बल्कि फील्ड से ग्राउंड रिपोर्ट प्राप्त करना भी है, ताकि जनता की समस्याओं का समय पर समाधान हो सके। मुख्यमंत्री ने जनता से प्राप्त शिकायतों को विधायकों तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि विधायकों को अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करना चाहिए। इसके लिए फील्ड के अधिकारियों को भी हिदायत दी गई है कि वे विधायकों की बात सुनें और आवश्यक कार्रवाई करें। यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी काम में कोताही बरतता है, तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। हर बुधवार को होने वाली इन बैठकों के दौरान वरिष्ठ अधिकारी भी अलग कमरे में मौजूद रहेंगे। विधायक यदि किसी विभाग से संबंधित शिकायत करते हैं, तो अधिकारियों को तुरंत निर्देश दिए जाएंगे। इस व्यवस्था के तहत कई विधायकों ने सीएम से मुलाकात की और फील्ड अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
विकास कार्यों पर विशेष जोर
विधायकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्रों में विकास परियोजनाओं की योजना बनाएं और उन्हें लागू करने के लिए काम करें। मुख्यमंत्री का मानना है कि इससे जनता के प्रति विधायकों की जिम्मेदारी बढ़ेगी और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में तेजी आएगी।
आम लोगों के खुले रहेंगे द्वार
विधायकों के लिए विशेष समय निर्धारित करने के बावजूद सीएम ने आम जनता के लिए अपने आवास के दरवाजे खुले रखने की परंपरा जारी रखने का आश्वासन दिया है। वे रोजाना प्रदेशभर से आए लोगों की समस्याएं सुनते हैं।
कामचारों पर गिरेगी गाज
विधायकों ने मुख्यमंत्री के सामने कई अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि कुछ अधिकारी और कर्मचारी आवश्यक कार्यों में देरी कर रहे हैं। सीएम ने स्पष्ट किया कि ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। इससे पहले भी कई अधिकारियों का स्थानांतरण किया जा चुका है।
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