हर जनप्रतिनिधि को अपडेट रहना होगा, तभी जन अपेक्षाओं पर उतर सकेंगे खरा
चंडीगढ़, 16 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा विधानसभा में विधायकों के प्रशिक्षण के लिए आयोजित दो दिवसीय ‘प्रबोधन कार्यक्रम’ जनप्रतिनिधियों पर गहरी छाप छोड़ गया। प्रशिक्षण देने आए विशेषज्ञ जहां विधान सभा सचिवालय द्वारा की गई व्यवस्थाओं से गदगद दिखाई दिए तो उनके द्वारा प्रस्तुत की गई प्रशिक्षण की विषयवस्तु के विधायक मुरीद हो गए। बात चाहे नवनिर्वाचित विधायकों की हो या दशकों से अपने हलके की जनता का प्रतिनिधित्व करने वाले पुराने जनप्रतिनिधियों की, सभी ने कहा है कि समय तेजी से बदल रहा है, इसके लिए विधायकों को लगातार अपडेट करना जरूरी है। प्रशिक्षण लेने वाले विधायक इस बात पर एकमत हैं कि प्रबोधन का यह सिलसिला रुकना नहीं चाहिए।
कार्यक्रम की प्रभावशीलता का अनुमान इस तथ्य से भी लगाया जा सकता है कि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्य सभा के उपसभापति हरिवंश और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, वरिष्ठ सांसद जगदंबिका पाल, डॉ. सत्यपाल सिंह, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब, हिमाचल प्रदेश के विधान सभा अध्यक्षों समेत सभी विशिष्ट हस्तियों ने इस आयोजन के लिए विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण की खुले मंच से प्रशंसा की है। लगातार पांचवीं बार सदन में पहुंचने वाली विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि समय के साथ हर क्षेत्र में नवीनतम तकनीक का प्रयोग बढ़ रहा है।
हर जनप्रतिनिधि को इन सबसे अपडेट रहना होगा, तभी हम जन अपेक्षाओं पर खरा उतर सकेंगे। दूसरी बार मंत्री बने कृष्ण बेदी ने बताया कि दो दिन के प्रबोधन कार्यक्रम में देश की बड़ी हस्तियों ने जिस प्रकार अपने अनुभव से हरियाणा के जनप्रतिनिधियों का मार्गदर्शन किया उसकी जितनी प्रशंसा की जाए, उतनी कम है। पहले कोसली और अब रेवाड़ी की जनता का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि जनसेवा के लिए प्राथमिक गुण कार्य की निपुणता और उसके प्रति समर्पण भाव होता है। दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम निश्चित रूप से दोनों पक्षों को मजबूत करने वाला रहा। पहली बार विधायक बने आदित्य देवीलाल ने कहा कि दो दिन का प्रबोधन कार्यक्रम उनके लिए पूरी तरह से उपयोगी रहा है। इस दौरान जिस प्रकार से विधायी कामकाज की बारीकियां बताई गईं वह हमें अपने निर्वाचन क्षेत्र में कार्य करने के लिए सहायक होंगी।
कार्य के प्रति निष्ठाभाव सशक्त हुआ : शक्तिरानी शर्मा
पहली बार विधायक बनीं शक्ति रानी शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम बहुत ही फलदायी रहा। एक मंच से इतनी बड़ी हस्तियों का मार्गदर्शन काबिले तारीफ रहा। उन्होंने कहा कि देश के प्रमुख पीठासीन अधिकारियों ने विधायी कामकाज की एक-एक बारीकी को तथ्यों और अपने अनुभव के साथ हम सबके साथ साझा किया है। इससे हमें नई दिशा तो मिली ही है, साथ ही अपने कार्य के प्रति निष्ठा भाव और सशक्त हुआ है। पहली बार विधायक बनीं पूजा चौधरी ने कहा कि नए विधायक इस प्रकार के प्रशिक्षण की आवश्यकता अनुभव कर रहे थे। विधान सभा अध्यक्ष ने इसे करवाकर सबकी जरूरत पूरी की है। प्रबोधन कार्यक्रम बहुत ही उपयोगी रहा। बड़े स्तर के वक्ताओं ने बहुत ही सहज ढंग से महत्वपूर्ण विषयों को रखा है। ऐसे कार्यक्रम भविष्य में भी होते रहने चाहिएं।