Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

हर अधिकारी जाएगा फील्ड में, सभी का बनेगा ड्यूटी चार्ट : श्रुति चौधरी

चंडीगढ़, 3 दिसंबर (ट्रिन्यू) हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने कड़े तेवर अपना लिए हैं। महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए उन्होंने उन्हें पौष्टिक भोजन मुहैया करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
चंडीगढ़ में मंगलवार को महिला एवं बाल विकास विभाग की बैठक में मौजूद कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी। -ट्रिब्यून फोटो
Advertisement

चंडीगढ़, 3 दिसंबर (ट्रिन्यू)

हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने कड़े तेवर अपना लिए हैं। महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए उन्होंने उन्हें पौष्टिक भोजन मुहैया करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इतना ही नहीं, अब सभी अधिकारियों को फील्ड में जाकर समस्याएं सुनने होंगी और उनका मौके पर समाधान करना होगा। अधिकारियों के लिए बाकायदा ड्यूटी चार्ट बनेगा। वे मंगलवार को चंडीगढ़ में विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में बोल रही थीं।

Advertisement

उन्होंने कहा कि अधिकारियों की फील्ड ड्यूटी का चार्ट होना चाहिए ताकि यह पता लग सके कि कौन-सा अधिकारी किस जिले में गया है। इतना ही नहीं, इन अधिकारियों को फील्ड से लौटने के बाद अपनी रिपोर्ट भी विभाग को देनी होगी। इसमें समस्याओं के साथ-साथ उनके समाधान के लिए किए गए प्रयासों का भी उल्लेख करना होगा। ड्यूटी लगने के बाद भी फील्ड में नहीं जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के संकेत उन्होंने दिए। श्रुति चौधरी ने कहा कि वे खुद भी जमीनी स्तर पर केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन देखेंगी। संबंधित अधिकारी कमी मिलने पर जवाबदेह होंगे। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी. कुमार तथा विभाग की निदेशक मोनिका मलिक सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

Advertisement

हर टेल तक पानी पहुंचाना प्राथमिकता

सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि नहरी पानी का न्यायोचित बंटवारा व हर टेल तक पानी पहुंचाना उनकी प्राथमिकता है। इसके लिए प्रदेश की सभी नहरों, नालों व रजबाहों की री-मॉडलिंग व रिहेबिलिटेशन की योजना तैयार की जाए। इसके अलावा नहरों में सतह पर गाद व खरपतवार साफ करने का भी अभियान चलाया जाए। वे मंगलवार को चंडीगढ़ में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ प्रदेश के नहरी तंत्र की रूपरेखा की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं।

Advertisement
×