चंडीगढ़, 20 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा की शुगर मिलों को घाटे से उबारने के लिए प्रदेश सरकार ने खाका तैयार कर लिया है। सभी शुगर मिलों में एथेनॉल प्लांट लगाए जाएंगे। शाहबाद शुगर मिल में एथेनॉल प्लांट शुरू हो चुका है। करनाल व पानीपत की शुगर मिल में एथेनॉल प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। इन दोनों मिलों में प्लांट शुरू होने के बाद अन्य मिलों में भी प्लांट लगेंगे।
प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ़ बनवारी लाल का कहना है कि सरकार ने सभी मिलों को घाटे से उबारने के लिए उत्पाद बढ़ाने और एथेनॉल प्लांट लगाने का निर्णय लिया है। उन्होंने स्वीकार किया कि वर्तमान में राज्य की सभी शुगर मिल घाटे में चल रही हैं। रोहतक मिल में रिफाइंड शुगर का उत्पादन कामयाब रहा है। अन्य मिलों में भी रिफाइंड शुगर तैयार की जाएगी। सामान्य शुगर के मुकाबले मार्केट में इसके रेट अधिक हैं। इसी तरह से पलवल, महम व कैथल शुगर मिल में शक्कर और गुड़ का उत्पादन शुरू किया है। इसके दाम भी चीनी से अधिक होने की वजह से मिलों की आमदन बढ़ी है।
पार्ट्स के लिए बनाई कमेटी
शुगर मिलों में अब अधिकारी मनमर्जी से पार्ट्स नहीं बदल सकेंगे। सहकारिता मंत्री ने स्वीकार किया कि बड़ी संख्या में बिना कारण के भी पार्ट्स बदले जाते थे। इससे मिलों को काफी नुकसान होता था। अब सरकार ने इसके लिए कमेटी का गठन किया है। बिना कमेटी की मंजूरी किसी भी मिल में पार्ट्स आदि की खरीद नहीं होगी।
किसी किसान का पुराना बकाया नहीं
गन्ना उत्पादक किसानों के बकाया को लेकर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि किसी भी किसी का पुराना बकाया नहीं है। पिछले साल की पूरी पेमेंट हो चुकी है।